करप्शन पर BJP सांसद जनार्दन मिश्रा का ऐसा ज्ञान,कहा ‘मैं 15 लाख तक के भ्रष्टाचार को भ्रष्टाचार नहीं मानता

सोशल मीडिया पर भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वो कहते दिखाई दे रहे हैं कि 15 लाख रुपये तक का भ्रष्टाचार गलत नहीं है। बता दें कि स्वच्छ और भ्रष्टाचार मुक्त शासन की बात करने वाली भाजपा के नेता द्वारा ऐसा बयान चर्चा का विषय बन गया है।गिनाया दो चुनावों का खर्चा और जोड़ दिया महंगाई भत्ता
’15 लाख तक का भ्रष्टाचार ठीक है’: मध्य प्रदेश के रीवा से भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा ने रीवा ने अपने संसदीय क्षेत्र में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसी मौके का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो कहते दिख रहे हैं, “पंचायत का सरपंच अगर चुनाव में साल लाख नहीं खर्च करता तो वो चुनाव नहीं जीत सकता।
…When people accuse sarpanch of corruption, I jokingly tell them that if corruption is up to Rs 15 lakhs don't come to me…come only if it's (corruption) beyond Rs 15 lakhs: BJP MP Janaradan Mishra in Rewa, Madhya Pradesh (27.12) pic.twitter.com/ImobGWecBH
— ANI (@ANI) December 28, 2021
उन्होंने कहा, “7 लाख तो उसने (सरपंच) पिछले चुनाव में खर्च किए, 7 लाख ही अगले चुनाव में खर्च हो जाएंगे। इसपर महंगाई बढ़ी तो एक लाख और जोड़ लो। ऐसे में जब लोग सरपंच पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हैं। तो मैं उनसे मजाक में कहता हूं कि 15 लाख के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप तो आप हमसे कहें।”
वीडियो में जनार्दना मिश्रा कहते दिख रहे हैं, अगर कोई सरपंच 15 लाख तक का प्रचार करता है तो मैं उसे भ्रष्टाचार नहीं मानता। लेकिन 15 लाख से आगे अगर वो कर रहा है तो यह भ्रष्टाचार है।’
पहले भी रहे हैं चर्चा में: बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब जनार्दना मिश्रा के बयान पर बवाल मचा हो। इससे पहले जनार्दन मिश्रा ने करीब एक महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि पीएम आवास पीएम मोदी की दाढ़ी से निकलते हैं। मोदी की दाढ़ी में घर ही घर है। एक बार हिलाते तो 50 लाख, दूसरी बार मटकाते हैं तो एक करोड़। जितनी बार हिलाएंगे, घर-घर मिलेंगे।
उन्होंने कहा था कि आप सब मोदी की दाढ़ी की तरफ देखो, जिस दिन देखना बंद कर दोगे, आवास भी मिलना बंद हो जायेगा। मोदी की दाढ़ी अमर है और तुम्हारे आवास भी अमर हो जाएंगे। इसलिए मोदी की दाढ़ी देखते रहो और आवास पाते रहो।