केरल और मिजोरम ने बढ़ाई चिंता, स्वास्थ्य मंत्रालय बोला- डेल्टा की तुलना में ज्यादा तेजी से फैल रहा ओमीक्रोन

भारत में ओमीक्रोन स्वरूप के संक्रमण के अब तक 358 मामले आ चुके हैं। अब तक 183 मामलों का विश्लेषण किया गया और इनमें से 121 लोगों ने विदेश यात्रा की थी।
ओमीक्रोन के तीखे तेवरों से सारा विश्व हतप्रभ है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि डेल्टा की तुलना में ओमीक्रोन ज्यादा तेजी से फैल रहा है। इस वेरिएंट के संक्रमित मामले 1.5 से तीन दिन में दोगुने हो रहे हैं। हालांकि मंत्रालय का ये भी कहना है कि भारत में अभी तक मुख्य स्वरूप डेल्टा ही बना हुआ है। कोविड उपयुक्त व्यवहार बरतने और टीकाकरण बढ़ाए जाने की जरूरत है। तभी ओमीक्रोन का सामना किया जा सकता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण का कहना है कि विश्व कोविड-19 मामलों के चौथे उभार का सामना कर रहा है। संक्रामकता पुष्टि की समग्र दर 6.1 प्रतिशत है। लिहाजा हम अपनी सतर्कता को कम नहीं कर सकते। केंद्र सरकार ने कहा कि देश के 20 जिलों में कोविड-19 की साप्ताहिक संक्रमण दर 5 से 10 प्रतिशत के बीच, दो जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक है। केरल और मिजोरम में कोविड-19 मामलों की संक्रमण दर राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है, जो चिंता का कारण है।
सरकार ने डब्ल्यूएचओ का हवाला देते हुए कहा कि डेल्टा की तुलना में ओमीक्रोन समुदायों के माध्यम से तेजी से फैल रहा है और इसके मामले 1.5 से तीन दिन में दोगुना हो रहे हैं। भारत में ओमीक्रोन स्वरूप के संक्रमण के अब तक 358 मामले आ चुके हैं। अब तक 183 मामलों का विश्लेषण किया गया और इनमें से 121 लोगों ने विदेश यात्रा की थी।
ओमीक्रोन के विश्लेषण किए गए 183 मामलों में से 91 प्रतिशत मरीजों ने टीके की पूरी खुराक ले रखी थी, तीन लोगों ने बूस्टर खुराक भी ली थी। विश्लेषण किए गए मामलों में 70 प्रतिशत मरीज में किसी तरह के लक्षण नहीं मिले, वहीं 61 प्रतिशत मरीज पुरुष हैं। फिलहाल चिंता का विषय वो 11 राज्य हैं जहां वैक्सीनेशन की कवरेज राष्ट्रीय औसत की तुलना में कम है।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि पहली लहर से लेकर दूसरी लहर तक आक्सीजन की डिमांड में 10 गुना वृद्धि देखी गई थी। इस बार पहले से ही तैयारी शुरू कर दी गई है। 18,800 मीट्रिक टन मेडिकल आक्सीजन की व्यवस्था की गई है।