2.5 लाख लगाने के बाद मिले 1 लाख तो लगा दी 160 किलो लहसुन में आग ,शिवराज के राज में किसान बदहाल

किसान ने 160 किलो लहसुन उपजाने में 2.5 लाख रुपये लगाए थे। जब मंडी पहुंचा तो लहसुन के उसके ढेर की कीमत एक लाख रुपये लगाई गई। जिससे वो निराश हो गया।
मध्यप्रदेश में किसानों की स्थिति अच्छी नहीं दिख रही है। एक किसान ने त्रस्त होकर 160 किलो लहसुन में आग लगी दी। किसान इन लहसुनों को उपजाने में जितना लागत लगा चुका था, उससे आधी कीमत पर भी ये लहसुन नहीं बिक पा रहे थे।
घटना मध्यप्रदेश के मंदसौर की है। एक युवा किसान ने इस बार लहसुन की खेती की थी। फसल अच्छी रही और उपज 160 किलो रहा, लेकिन जब वो लहसुन लेकर मंडी बेचने पहुंचा तो जो कीमत मिल रही थी, वो लागत की आधी भी नहीं थी। जिसके बाद निराशा में आकर किसान ने लहसुन में आग दी।
मिली जानकारी के अनुसार किसान ने 160 किलो लहसुन उपजाने में 2.5 लाख रुपये लगाए थे। जब मंडी पहुंचा तो लहसुन के उसके ढेर की कीमत एक लाख रुपये लगाई गई। उचित कीमत नहीं मिलने से निराश किसान ने अपनी बाइक से पेट्रोल निकाला और लहसुन को वहीं जला दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
कमलनाथ जी ने आज ही छिन्दवाड़ा में कहा कि मंदसौर में लहसुन की खेती वाले किसान परेशान है , उन्हें उचित दाम नही मिल रहा है और आज ही मंदसौर मंडी में एक किसान ने कम दाम मिलने पर भारत माता की जय बोलते हुए अपनी लहसुन की फसल में आग लगा दी… pic.twitter.com/DWnBInwdze
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) December 18, 2021
वीडियो में किसान भारत माता की जय के नारे भी लगा रहा है। आग लगते ही मंडी के कर्मचारियों और अन्य किसानों ने तेजी दिखाई और आग पर काबू पा लिया गया। पीड़ित किसान शंकर ने कहा- मैंने लहसुन में 2.5 लाख रुपये का निवेश किया, केवल 1 लाख रुपये मिला। हमें सरकार से कोई बोनस नहीं चाहिए, बस हमारी फसल का सही दाम मिले”।
इस घटना को लेकर विपक्ष, शिवराज सिंह चौहान सरकार पर हमलावर हो गया है। कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- कमलनाथ जी ने आज ही छिन्दवाड़ा में कहा कि मंदसौर में लहसुन की खेती वाले किसान परेशान हैं, उन्हें उचित दाम नहीं मिल रहा है और आज ही मंदसौर मंडी में एक किसान ने कम दाम मिलने पर भारत माता की जय बोलते हुए अपनी लहसुन की फसल में आग लगा दी…”।
घटना के बाद किसान को पूछताछ के लिए पुलिस थाने लेकर चली गई थी। हालांकि बाद में बताया गया कि मंडी को कोई नुकसान नहीं हुआ था, इसलिए पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया।