प्रियंका बोलीं- अपराधियों को बचा रही भाजपा, संजय राउत ने कहा- प्रधानमंत्री का गंगा स्नान बेकार

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने लखीमपुर खीरी मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) के आवेदन के आधार गुरुवार को आरोप लगाया कि गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करने से इनकार करना केंद्र सरकार के ‘नैतिक दिवालियेपन’ का सबसे साफ संकेत है। उन्होंने यह भी कहा कि मिश्रा को बर्खास्त कर उनके खिलाफ कानून के मुताबिक मामला दर्ज होना चाहिए।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने ट्वीट किया, ‘‘अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने से सरकार का इनकार उसके नैतिक दिवालियेपन का सबसे स्पष्ट संकेत है। नरेंद्र मोदी जी, सावधानीपूर्वक धार्मिकता का प्रदर्शन करने और धार्मिक वस्त्र धारण करने से यह तथ्य नहीं बदल जाएगा कि आप एक अपराधी को बचा रहे हैं।’’उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त किया जाना चाहिए और कानून के मुताबिक मामला दर्ज करना चाहिए।’’
वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी इस मामले को लेकर पीएम को आडे़ हाथों लिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कुछ दिनों पहले वाराणसी में गए थे वहां गंगा में डुबकी भी लगाई थी, जोकि बहुत पवित्र काम है लेकिन जिस तरह किसानों की हत्या का साजिशकर्ता उनके मंत्रिमंडल में बना हुआ है, उसनें पीएम मोदी के गंगा स्नान को बेकार कर दिया।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अब तक की छानबीन और साक्ष्यों के आधार पर दावा किया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ के पुत्र और उसके सहयोगियों द्वारा जानबूझकर, सुनियोजित साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया।
एसआईटी के मुख्य जांच निरीक्षक विद्याराम दिवाकर ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में दिये गये आवेदन में आरोपियों के विरुद्ध उपरोक्त आरोपों की धाराओं के तहत मुकदमा चलाने का अनुरोध किया है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू और कुछ अन्य लोगों पर लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे किसानों को जीप से कुचलने का आरोप है। इस घटना में और इसके बाद भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।