राहुल गांधी ने संसद में दिया नोटिस, कहा- मंत्री को निकाल बाहर करे सरकार : लखीमपुर कांड SIT की रिपोर्ट

यूपी के लखीमपुर खीरी में किसान हिंसा मामले में एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि किसानों को मारने के इरादे से उनपर गाड़ी चढ़ाई गई थी। इसको लेकर अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया है। बता दें कि इस मामले में कांग्रेसी की तरफ से सख्त तेवर दिखाते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने की मांग की गई है।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 3 अक्टूबर को हुई यह घटना हादसा नहीं बल्कि किसानों को मारने के इरादे से उनपर गाड़ी चढ़ाई गई थी। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया गया है।
सदन में चर्चा की मांग: SIT की रिपोर्ट के बाद कांग्रेस सरकार पर हमलावर हुई है। लोकसभा में दिये नोटिस में राहुल गांधी ने सदन की कार्यवाही स्थगित करने की मांग की और कहा कि एसआईटी रिपोर्ट को लेकर सदन में चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को सरकार कैबिनेट से बाहर करे।
सरकार लखीमपुर मामले पर चर्चा भी नही होने देना चाहती – श्री @RahulGandhi जी pic.twitter.com/vqtkKjUhpe
— Srinivas BV (@srinivasiyc) December 15, 2021
अधीर रंजन चौधरी ने कहा: कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी ने लखीमपुर खीरी में हिंसा के मुद्दे पर संसद में स्थगन प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि सरकार मंत्री(अजय कुमार मिश्रा टेनी) को बर्खास्त करे। राहुल गांधी आज इस विषय पर सदन में बात रखने की कोशिश करेंगे।
Congress MP Rahul Gandhi moves adjournment motion in Lok Sabha over Lakhimpur Kheri incident demanding removal of MoS Home Ajay Kumar Mishra pic.twitter.com/PZVFEbIx49
— ANI (@ANI) December 15, 2021
वहीं इससे पहले राहुल गांधी ने एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर एक ट्वीट में लिखा था, “मोदी जी, फिर से माफ़ी मांगने का टाइम आ गया। लेकिन पहले अभियुक्त के पिता को मंत्री पद से हटाओ। सच सामने है!”
क्या है मामला: गौरतलब है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू समेत उसके 13 साथियों पर लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे किसानों को जीप से कुचलने का आरोप है। इस घटना में और इसके बाद भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।