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प्रतिरोधक क्षमता को चकमा देने में माहिर है ओमिक्रॉन, तेजी से बढ़ सकते हैं केस: एक्सपर्ट

देश में जिनोम सिक्वेंसिंग से शीर्ष एक्सपर्ट डॉ. अनुराग अग्रवाल ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें बताई हैं. डॉ. अग्रवाल ने सीएनबीसी टीवी को दिए इंटरव्यू में लोगों को आगाह किया है कि भले ही इस वक्त ओमिक्रॉन के मामले एक प्रतिशत से भी कम हैं लेकिन स्थितियां तेजी के साथ बदल सकती हैं. डॉ. अग्रवाल CSIR के जिनोमिक्स और इंटीग्रेटिव बायोलॉजी इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर भी हैं.

नई दिल्ली.

नए कोविड वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) से पैदा होने वाले संक्रमण पर दुनियाभर के वैज्ञानिक रिसर्च (Research) कर रहे हैं. इसे लेकर शुरुआती रिसर्च के बाद कुछ निष्कर्ष भी सामने आने लगे हैं. इस बीच देश में जिनोम सिक्वेंसिंग से शीर्ष एक्सपर्ट डॉ. अनुराग अग्रवाल (DR. Anurag Agarwal) ने भी ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें बताई हैं. डॉ. अग्रवाल ने सीएनबीसी टीवी को दिए इंटरव्यू में लोगों को आगाह किया है कि भले ही इस वक्त ओमिक्रॉन के मामले एक प्रतिशत से भी कम हैं लेकिन स्थितियां तेजी के साथ बदल सकती हैं. डॉ. अग्रवाल CSIR के जिनोमिक्स और इंटीग्रेटिव बायोलॉजी इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर भी हैं.

डॉ. अग्रवाल ने कहा है कि इस वक्त देश और दुनिया में प्रभावी वैरिएंट डेल्टा (Delta) है. उन्होंने कहा-ओमिक्रॉन वैरिएंट की संक्रामक क्षमता काफी ज्यादा है और यूनाइटेड किंगडम इसका उदाहरण है. वैक्सीनेशन भी ओमिक्रॉन के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा नहीं दे पा रहा है. इसलिए संक्रमण के मामले घटाना भविष्य की रणनीति हो सकती है.

ज्यादातर मामलों के माइल्ड रहने की उम्मीद
हालांकि डॉ. अग्रवाल ने यह भी कहा है कि ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ने की आशंकाओं के बीच ज्यादातर केस माइल्ड (Mild Covid Cases) ही हो सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक की रिसर्च के मुताबिक ओमिक्रॉन वैरिएंट की प्रतिरोधक क्षमता को चकमा देने की ताकत काफी ज्यादा है. इसका एक उदाहरण ये भी है कि एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के तीन डोज ओमिक्रॉन के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर सकते हैं.

नई स्टडी में हुआ खुलासा
दरअसल ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) की एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि दो डोज वाली वैक्सीन ओमिक्रॉन के खिलाफ पर्याप्त एंटीबॉडी नहीं तैयार करती हैं. ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने पाया है कि ओमिक्रॉन के कारण पहले वैक्सीनेशन करवा चुके लोगों में भी संक्रमण बढ़ सकता है.

स्टडी में उन लोगों को शामिल किया गया था जिन्हें ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका (Oxford-AstraZeneca) और फाइज़र (Pfizer) की वैक्सीन लगाई गई थीं. इस स्टडी में काफी बड़ी संख्या में लोगों को शामिल किया गया है. नई स्टडी ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के उस बयान के ठीक एक दिन बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि ओमिक्रॉन को रोकने के लिए दो डोज वाली वैक्सीन पर्याप्त नहीं हैं.

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