कोहली को हटाकर BCCI ने और पेचीदा बना दी विभाजित कप्तानी

नई दिल्लीः कहते हैं कि इतिहास खुद को दोहराता है। एक बार सौरव गांगुली को कप्तानी से बेदखल किया गया था और 16 साल बाद विराट कोहली के साथ भी कुछ ऐसा ही हो गया है। कोहली ने पहले टी20 कप्तानी छोड़ी और फिर उनसे वनडे कप्तानी बीसीसीआई ने छीन ली। क्रिकेट बोर्ड के इस कदम से हर कोई हैरान है।
बीसीसीआई का कहना है कि कोहली के हटने से लीडरशिप को लेकर पैदा हुआ भ्रम काफी हद तक कम हो जाएगा। अब भारत के पास सफेद और लाल गेंद फॉर्मेट में अलग कप्तान होंगे। पहले सफेद गेंद फॉर्मेट में ही दो कप्तान हो रहे थे। बताया गया कि कोहली से गुजारिश की गई थी कि टी20 कप्तानी को कायम रखें लेकिन जब वे नहीं माने तो सेलेक्टरों ने सफेद गेंद की कमान एक ही व्यक्ति को सौंपने का फैसला किया और वे हैं- रोहित शर्मा।
कोहली से कप्तानी छीनकर रोहित को मिलना- विराट कोहली का बतौर वनडे कप्तान बहुत ही शानदार रिकॉर्ड है लेकिन गांगुली का कहना है कि रोहित को जब भी वनडे की कमान दी गई उन्होंने बेहतरीन नतीजे दिए और वे आगे भी बेहतर कप्तान साबित हो सकते हैं। रोहित ने 10 वनडे में भारत की कप्तानी की और 8 मैच जीतने में कामयाब रहे जबकि 19 टी20 में वे 15 जीतने में कामयाब रहे हैं। कोहली के साथ समस्या ये ही है कि बढ़िया कप्तानी रिकॉर्ड होने के बावजूद वे आईसीसी ट्रॉफी जीतने में नाकामयाब रहे। 2019 का वर्ल्ड कप भारत जीत सकता था लेकिन एक खराब मैच सब बर्बाद कर गया जबकि हाल में सम्पन्न हुआ टी20 वर्ल्ड कप भारत के लिए बहुत बुरा साबित हुआ। कोहली की बल्लेबाजी फॉर्म भी लगातार खराब रही और वे पिछले दो साल से एक भी शतक जड़ने में नाकामयाब रहे। ये सब चीजें कोहली पर कप्तानी छोड़ने का दबाव बना रही थी और बीसीसीआई के लिए दूसरा कप्तान चुनने का माहौल बना रही थी। इसके अलावा लंबे समय से यह भी कहा जा रहा था कि कोहली के सामने युवा खिलाड़ी बहुत ज्यादा बातचीत नहीं कर पाते हैं जबकि रोहित को युवाओं को तराशने के लिए ही जाना जाता है। आईपीएल में रोहित ने मुंबई इंडियंस के लिए बेहतरीन लीडरशिप का मुजायरा पेश किया है।