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सड़क पर क्रेडिट कार्ड बेचने वाले का हुआ राष्ट्रीय टीम में चयन; क्रिकेटर ने खुशखबरी सुनाने वाले को दिया नायाब तोहफा

अफगानिस्तान के रहने वाले खैबर वाली की आधे घंटे में किस्मत बदल गई। आधे घंटे पहले वह नंगरहार प्रांत की सड़कों पर क्रेडिट कार्ड बेच रहे थे। अब वह अपने देश की अंडर-19 क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं। वह एशिया अंडर-19 कप के लिए टीम में चुने गए हैं।

खास यह है उन्हें टीम में चुने जाने का इल्म ही नहीं था। अचानक एक लड़के ने उन्हें बताया कि उनका टीम में चयन हो गया है। खैबर वाली के पास उस समय खुशखबरी सुनाने वाले लड़के को देने के लिए पैसे भी नहीं थे। इसके बावजूद उन्होंने उस लड़के को बहुत ही नायाब तोहफा दिया।
अंडर-19 एशिया कप, 2020 में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 18 नवंबर से शुरू होने वाला था, लेकिन कोविड-19 (COVID-19) महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था। अब टूर्नामेंट का नौवां संस्करण 20 दिसंबर 2021 से 02 जनवरी 2022 तक यूएई में खेला जाना है।

टूर्नामेंट में भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश के अलावा संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत और नेपाल की टीमें भी हिस्सा लेंगी। कुवैत ने 2019 में श्रीलंका में हुए पिछले संस्करण में भी हिस्सा लिया था, जो टूर्नामेंट के इतिहास में उनकी पहली उपस्थिति थी।

 

अफगानिस्तान की टीम में खैबर वाली का भी नाम है। खैबर वाली को उन्हीं की हमउम्र एक लड़के ने मोबाइल पर दिखाया कि वह टीम में चुन लिए गए हैं। खैबर ने उस लड़के को धन्यवाद दिया।

उन्होंने कहा, ‘मेरे पास तुम्हें देने के लिए इस समय एक भी पैसा नहीं है, लेकिन मैं तुम्हें यह क्रेडिट कार्ड देता हूं। इससे तुम कोई अपने लिए गिफ्ट ले लो। तुमने मुझे बहुत ही अच्छी खबर दी है। धन्यवाद में मेरे भाई।’

इसके बाद खैबर वाली उस लड़के से कहते हैं, ‘आओ इस खुशखबरी के लिए कुछ मिठाइयां बांटें।’ खैबर ने इसके बाद मिठाई खरीदी और आसपास खड़े लोगों में बांटी। लोगों को जब उनके टीम में चुने जाने की खबर लगी तो वे उनके साथ सेल्फी लेने लगे।

खैबर वाली के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। वह परिवार की मदद के लिए पिछले 5-6 साल से क्रेडिट कार्ड बेच रहे हैं। खैबर वाली दिन में क्रिकेट की प्रैक्टिस करते हैं और रात में क्रेडिट कार्ड बेचते थे। उनके कोच को उनकी बल्लेबाजी बहुत अच्छी लगती थी।
कोच ने अंडर-19 ट्रायल के लिए उन्हें कैंप में शामिल कर लिया। खैबर ने बताया, राष्ट्रीय टीम में चुना जाना आसान नहीं था। टीम में चुने जाने की खबर मिलने के बाद मुझे लग रहा है कि मैंने एक रात में ही 2 लाख रुपए कमा लिए हैं।’
खैबर के भाई शाकिर ऑटो चलाते हैं। शाकिर ने बताया, जब मुझे अपने भाई के टीम में चुने जाने की खबर मिली तो मैं खुशी के मारे रोने लगे। हमारे लिए बिल्कुल यह ईद के त्योहार जैसी खुशखबरी थी।’ खैबर ने करीब 8 साल पहले क्रिकेट खेलना शुरू किया था।

 

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