T20 World Cup: बॉलिंग कोच भरत अरुण ने की टीम इंडिया की वकालत, कहा- IPL और वर्ल्ड कप के बीच मिलता ब्रेक तो खिलाड़ियों को होता फायदा

नई दिल्ली
17 अक्टूबर से शुरू हुए टी-20 विश्व कप 2021 में टीम इंडिया को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। यूएई की कंडिशंस से पहले ही आईपीएल खेलकर तालमेल बैठा चुकी विराट कोहली की सेना पूरी तरह से रंग में दिख रही थी। जिसकी झलक भारतीय टीम ने वॉर्मअप मैचों में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को एकतरफा अंदाज में पीटकर दिखाई भी थी। लेकिन, किसी ने भी नहीं सोचा था कि टीम इंडिया टूर्नामेंट में इस कदर औंधे मुंह गिरेगी। टी-20 चैंपियन बनने का सपना देख रही टीम सुपर 12 स्टेज के आगे तक नहीं बढ़ सकी और बड़े-बड़े नामों ने करोड़ों फैन्स का दिल तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हार के बाद अब बहानेबाजी का दौर भी शुरू हो गया है और बॉलिंग कोच भरत अरुण ने टीम के शर्मनाक प्रदर्शन के लिए दो बड़ी वजह भी बता डाली है।
नामीबिया के खिलाफ आखिरी मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए भरत अरुण ने टीम इंडिया की जमकर वकालत की। उन्होंने कहा, ‘वह पिछले छह महीने से बबल में हैं और इसका काफी असर पड़ता है। शायद आईपीएल और वर्ल्ड कप के बीच में एक शॉर्ट ब्रेक इन लड़कों के लिए काफी काम कर सकता था। खिलाड़ी छह महीने से घर नहीं गए हैं और मुझे लगता है कि आईपीएल के सस्पेंड होने के बाद उनको एक छोटा ब्रेक मिला था।’ अरुण ने टीम इंडिया की नाकामी का ठीकरा टॉस के ऊपर भी फोड़ा। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि टॉस ने बहुत महत्वपूर्ण रोल अदा किया। यहां पर टॉस ने सामने वाली टीम को काफी एडवांटेज दिया और पहली इनिंग और दूसरी इनिंग में बैटिंग करने में काफी बदलाव देखने को मिला।’
न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली हार के बाद जसप्रीत बुमराह ने भी बायो बबल से होने वाली थकान का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि, ‘कभी-कभी आपको एक ब्रेक चाहिए होता है। आप अपनी फैमिली को मिस करते हैं। हम पिछले लगातार छह महीने से खेल रहे हैं। यह सब बातें कभी कभाद आपके माइंड में चलती है। लेकिन, जब आप मैदान पर होते हैं तो इस बातों को नहीं सोचते हैं। आप मैचों का शेड्यूल और कौन सा टूर्नामेंट कब खेला जाएगा इस जैसी चीजों को कंट्रोल नहीं कर सकते हैं। बीसीसीआई भी हमको कंफर्टटेबल फील करने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही है। लेकिन, यह समय महामारी का चल रहा है। हम इसमें ढलने का प्रयास करते हैं, लेकिन कभी-कभी बबल और मानसिक थकान आड़े आ जाती है, जब आप एक ही चीज को हर बार-बार करते हैं तो।’