ज्योति की संदिग्ध मौत केस: घटनास्थल से 100 मीटर दूर मिली ज्योति की खोपड़ी

ज्योति के पिता बृजभूषण का कहना है कि वे ज्योति को तीन बार पहले ही जंगल में तलाश कर चुके थे, लेकिन एक माह बाद जिस अवस्था में ज्योति का शव बरामद हुआ है, उससे उन्हें हत्या की आशंका है.
जानकारी के अनुसार, जिस स्थान पर शव बरामद हुआ है, वह स्थान गुडूही गांव से 8 किलोमीटर दूर है.
मंडी.
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में जोगिंद्र नगर में 23 साल की ज्योति की संदिग्घ मौत में पुलिस पर कई सवाल उठ रहे हैं. वहीं, 8 अगस्त की रात को जोगिंदर नगर मंडल के तहत पड़ने वाले गडूही गांव की 23 वर्षीय लापता ज्योति का शव संदिग्ध अवस्था में बरामद होने के उपरांत मायके पक्ष ने ससुराल पक्ष पर ज्योति को मारने के आरोप लगाए हैं. हालांकि, पुलिस ने इस मामले में ज्योति के पति शिव कुमार को धारा 306 के तहत गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के अनुसार, जिस स्थान पर शव बरामद हुआ है, वह स्थान गुडूही गांव से 8 किलोमीटर दूर है. इस स्थान पर पैदल जाने के लिए डेढ़ से 2 घंटे का समय लगता है और यह जंगल खपरोटू व पांडू गांव के बीच पड़ता है. बीती रात को जोगिंदर नगर थाना और फॉरेंसिक व एक्सपर्ट की टीम ने मौके जाकर कई साक्ष्य जुटाए हैं. अंधेरा होने के कारण बीती रात को खोपड़ी बरामद नहीं हो पायी थी, जिसे बुधवार को घटनास्थल से 100 मीटर की दूरी पर बरामद कर लिया गया है. खोपड़ी को गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम के लिए नेरचौक मेडिकल कॉलेज भेजा जाएगा. वहीं गुरुवार दोपहर बाद अंतिम संस्कार होने की संभावना है.
ज्योति के पिता के आरोप
ज्योति के पिता बृजभूषण का कहना है कि वे ज्योति को तीन बार पहले ही जंगल में तलाश कर चुके थे, लेकिन एक माह बाद जिस अवस्था में ज्योति का शव बरामद हुआ है, उससे उन्हें हत्या की आशंका है. ज्योति के पिता ने पुलिस प्रशासन और सीएम जयराम ठाकुर से न्याय की गुहार लगाई है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है. डीएसपी पधर लोकेंद्र नेगी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम नेरचौक मेडिकल कालेज में फारेंसिक टीम द्वारा किया गया है, वहीं खोपड़ी का गुरुवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा, उसके बाद शव परिजनों के हवाले किया जाएगा.