उत्तर दिशा के शुभ चिह्न, बढ़ाएंगे घर में समृद्धि

वास्तुशास्त्र पूरा सिद्धांत ऊर्जा पर आधारित है। सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा उस घर में रहने वाले व्यक्तियों का पूरा जीवन प्रभावित करती हैं। जिस घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह अधिक होता है वहां रहने वाले लोग सुखी, प्रसन्नचित्त और निरोगी रहते हैं। उस घर में समृद्धि का वास होता है और परिवार के सदस्यों में अपार प्रेम रहता है। इसके उलट जिस घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह अधिक होता है, उस घर में बात-बात पर लड़ाई-झगड़े, पारिवारिक सदस्यों में मनमुटाव, पैसों की तंगी, रोग बना ही रहता है। तो ऐसा क्या किया जाए किघर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे और उस घर में समृद्धि का वास हो।
वास्तु शास्त्र में उत्तर, उत्तर-पूर्व और पूर्व दिशा को सबसे ज्यादा सकारात्मक दिशा माना गया है। उत्तर दिशा देवताओं की दिशा भी कही जाती है और इस दिशा में लक्ष्मी का वास होता है। घर की उत्तर दिशा में कुछ वस्तुएं, कुछ शुभ चिह्न आदि लगाकर इस दिशा की ओर से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह घर में बढ़ाया जा सकता है।
उत्तर दिशा को हमेशा साफ-सुथरा रखे। इस दिशा में पुराना सामान, टूटा फर्नीचर, फूटा कांच, भारी और खराब इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान नहीं रखना चाहिए।
यदि घर की उत्तर दिशा खाली हो तो ज्यादा अच्छा है। इसमें सुंदर फूलों के पेड़-पौधे लगाए जा सकते हैं। इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ेगी।
यदि घर की उत्तरी दिशा में कोई मकान बना हुआ है तो घर का जो कमरा उत्तर दिशा की ओर आता हो, उस कमरे की उत्तरी दीवार पर गणेश, लक्ष्मी और कुबेर के चित्र लगाएं। इन देवी-देवताओं के यंत्र भी लगाए जा सकते हैं। इससे घर में कभी पैसों की कमी नहीं होगी।
उत्तरी दीवार पर बांसुरी, श्रीकृष्ण का चित्र और मोरपंख लगाने से घर में रहने वालों में आपसी सामंजस्य और प्रेम बना रहता है।
उत्तरी दीवार पर बड़ी से लेकर छोटी तक प्रत्येक करंसी के नोट एक फ्रेम में जड़वाकर लगाने से पैसों की आवक अच्छी बनी रहती है।
घर की उत्तरी दीवार पर हरा रंग करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
उत्तरी दीवार पर दीवार घड़ी लगा रहे हैं तो ध्यान रखें वह पेंडुलम वाली हो और उसका पेंडुलम कभी बंद नहीं होना चाहिए। कई बार पेंडुलम खराब हो जाता है तो वह काम नहीं करता। यदि खराब हो जाए तो तुरंत ठीक करवाकर लगवाएं।
उत्तरी दीवार पर पंचमुखी हनुमानजी का चित्र लगाने से सारी बाधाएं दूर हो जाती है। परिवार में कोई रोग नहीं आता और बुरी नजर से रक्षा होती है। मुकदमों में जीत हासिल होती है।