24 घंटे में चौथा एनकाउंटर, शोपियां में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच फायरिंग जारी,सेना ने शोपियां में 4 आतंकियों को घेरा; 5 जवान हो चुके हैं शहीद

जम्मू और कश्मीर के शोपियां जिले के तुलरान, इमामसाहिब इलाके में मुठभेड़ शुरू हो गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबल मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं। जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों को इलाके में कुछ आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाकर आतंकियों को घेर लिया गया। इससे पहले आज एक अन्य मुठभेड़ में सेना के जेसीओ समेत 5 जवान शहीद हो गए।
जम्मू कश्मीर पुलिस ने बताया कि, आज शाम शोपियां में दो ऑपरेशन शुरू किए गए हैं। तुलरान में 3-4 आतंकी फंसे हैं। खेरीपुरा में एक और ऑपरेशन लॉन्च किया गया है। शोपियां जिले के तुलरान इमामसाहब इलाके में दो-तीन आतंकियों के छिपे होने की खबर सुरक्षाबलों को मिली थी। इसके बाद यहां पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। पूरे इलाके को खाली करवा लिया गया है। सुरक्षाबलों की घेराबंदी देखकर आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। सेना की ओर भी जवाबी फायरिंग की जा रही है।
#WATCH | J&K Police in Shopian appeals to the trapped terrorists, asking them to surrender. An encounter broke out here at Tulran, Imamsahab area of Shopian.
(Source: J&K Police)
(Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/rTs8ue8yar— ANI (@ANI) October 11, 2021
हाल के दिनों में आतंकवादी हमलों में आई है तेजी
हाल के दिनों में आतंकवादी हमलों में तेजी आई है और ऐसे हमलों में एक प्रमुख कश्मीरी पंडित व्यवसायी और एक स्कूल शिक्षक सहित कई असैनिक मारे गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के नियंत्रण रेखा पार कर चमरेर के जंगल में छुपे होने की खबर मिली थी। उन्होंने कहा कि शुरूआती मुठभेड़ के बाद आतंकवादी पास के भंगाई गांव में भाग गए जो राजौरी जिले के तहत आता है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के सफाए के लिए मुठभेड़ जारी और आतंकवादियों के भागने के सभी संभावित रास्तों को बंद कर दिया गया है।
पिछले 24 घंटे में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच ये चौथी मुठभेड़ है। इमामसाहिब इलाके में पुलिस ने आतंकवादियों से सरेंडर करने की अपील की है। पुलिस ने आकतंकियों से कहा कि, आज ही पुंछ जिले में पांच सुरक्षा कर्मी शहीद हुए हैं। सुरक्षाबलों में इस घटना को लेकर गुस्सा है। मगर वे आतंकियों को सरेंडर करने का पूरा मौका देना चाहते हैं।