आखिरी क्यों टीम इंडिया के लिए इतने स्पेशल हैं जसप्रीत बुमराह, आशीष नेहरा ने बताई वजह

नई दिल्ली
मैदान चाहे ऑस्ट्रेलिया के हों या फिर इंग्लैंड के, जसप्रीत बुमराह को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। भारत का यह तेज गेंदबाज किसी भी पिच पर और दुनिया के बड़े से बड़े बल्लेबाज का स्टंप उखाड़ना बखूबी जानता है। नई गेंद को हवा में लहराना हो या फिर पुरानी बॉल से रिवर्स स्विंग कराना बुमराह महज 27 साल की उम्र में हर चीज में मास्टर हो चले हैं। इंग्लैंड की सरजमीं पर खेली गई टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के फास्ट बॉलर ने जमकर कहर बरपाया और 4 मुकाबलों में 18 विकेट अपने नाम किए। यही वजह है कि आशीष नेहरा बुमराह की गेंदबाजी के कायल हो गए हैं। नेहरा ने बताया है कि बुमराह कैसे बाकी गेंदबाजों से अलग हैं और क्यों वह विराट कोहली के लिए इतने स्पेशल हैं।
‘सोनी स्पोर्ट्स’ के साथ बातचीत करते हुए नेहरा ने कहा, ‘सबसे जरूरी चीज जो मेरे लिए हैं कि बुमराह अपनी गलतियों को दोहराते नहीं हैं। अगर आप उनके आंकड़े देखेंगे, पहले मैच में उन्होंने तकरीबन पांच विकेट लिए और नॉर्टिंघम में 7 से 8 बल्लेबाजों को चलता किया, लेकिन इसके बाद ऐसा नहीं है कि बुमराह ने सीरीज में 30 विकेट चटकाए। उनको ओड टेस्ट में विकेट भी नहीं मिले, लेकिन उन्होंने जिस तरह से कमबैक किया वह शानदार था। वह जानते हैं कि उनको कब एफर्ट लगाने की जरूरत है।’ बुमराह ने ओवल टेस्ट मैच में अपने छह ओवर के स्पैल में मैच पलटकर रख दिया था और जॉनी बेयरस्टो को यॉर्कर पर क्लीन बोल्ड करके खूब वाहवाही लूटी थी।
नेहरा ने बुमराह की तुलना एंडरसन के साथ करते हुए कहा, ‘जिम्मी एंडरसन के पास काफी अनुभव मौजूद है। बुमराह वो गेंदबाज नहीं हैं जिन्होंने 100 टेस्ट मैच खेल लिए हों। बुमराह की सबसे बड़ी ताकत यह है कि काफी तेजी से सीखते हैं और ये सबसे बड़ा एक्स फैक्टर है। बुमराह ने भले ही दो विकेट लिए, लेकिन जिस तरह से मैच चल रहा था और जिस तरह से उन्होंने वह स्पैल फेंका उसके बाद इंग्लैंड के पास मुकाबले में कमबैक करना का कोई चांस नहीं रहा। ऐसी बातें चल रही थी कि पिच बैटिंग फ्रेंडली है, लेकिन जिस तरह से उन्होंने टेस्ट मैचों में यॉर्कर डाली उससे बुमराह ने पिच की गणना को ही बाहर कर दिया।’