खेल

रणजी ट्रॉफी:भारत के लिए तिहरा शतक लगाने वाले खिलाड़ी का टूटा दिल, पांच साल से मौका नहीं मिला तो कही यह बात

नई दिल्ली

करुण नायर का नाम घरेलू क्रिकेट में काफी चमका। इस कारण उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया गया था। नायर ने चयनकर्ताओं को निराश नहीं किया था। उन्होंने दिसंबर 2016 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 303 रन की पारी खेली थी।

बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए जब भारतीय टीम में जयदेव उनादकट का चयन हुआ तो सभी हैरान रह गए। उनादकट को मोहम्मद शमी के चोटिल होने के बाद टीम में शामिल किया गया है। उनके चुने जाने पर कई खिलाड़ियों को वापसी के लिए प्रेरणा मिल गई है। भारत के लिए तिहरा शतक लगाने वाले करुण नायर उन्हीं में से एक हैं। टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले इस बल्लेबाज को अब कर्नाटक टीम रणजी टीम से भी निकाल दिया गया है।

इसके बाद उन्होंने एक भावुक ट्वीट किया है। नायर ने लिखा, ”डियर क्रिकेट प्लीज मुझे एक और मौका दे दो।” उनके इस ट्वीट ने कई फैंस को भावुक कर दिया। सोशल मीडिया पर नायर के बारे में बात हो रही है। वह 85 प्रथम श्रेणी मैचों में 48.94 की औसत से 5922 रन बना चुके हैं। इस दौरान नायर ने 15 शतक और 27 अर्धशतक लगाए हैं।

इंग्लैंड के खिलाफ जड़ा था तिहरा शतक
नायर का नाम घरेलू क्रिकेट में काफी चमका। इस कारण उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया गया था। नायर ने चयनकर्ताओं को निराश नहीं किया था। उन्होंने दिसंबर 2016 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 303 रन की पारी खेली थी। वह वीरेंद्र सहवाग के बाद टेस्ट में तिहरा शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने थे। नायर अचानक से स्टार बन गए थे, लेकिन भाग्य ने उनका साथ ज्यादा दिनों तक नहीं दिया।

सिर्फ छह टेस्ट में मिला मौका
मार्च 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खराब प्रदर्शन के बाद नायर को टीम से बाहर कर दिया गया। उसके बाद से उन्हें टेस्ट टीम में नहीं शामिल किया गया। नायर ने 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ दो वनडे भी खेले थे। उन्होंने छह टेस्ट में 62.33 की औसत से 374 रन बनाए। इस दौरान एक शतक और एक अर्धशतक लगाया। दो वनडे में उनके नाम 46 रन है।

अब घरेलू टीम में भी जगह नहीं
नायर को कभी यह नहीं बताया गया कि उन्हें टीम से अचानक ही क्यों निकाल दिया गया। कुछ पारियों में फेल होने के बाद भी कई खिलाड़ियों को लगातार मौके मिले, लेकिन नायर के साथ ऐसा नहीं हुआ। उसके बाद से वह कर्नाटक की घरेलू टीम के अहम सदस्य रहे हैं। हालांकि, अब ऐसा नहीं हुए। उन्हें पहले सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी के लिए नहीं चुना गया। अब शनिवार को पहले दो रणजी ट्रॉफी मैच के लिए भी टीम में नहीं रखा गया। नजरअंदाज होने के बाद नायर का दर्द छलक कर बाहर आया है।

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