धर्म

कब है माघ अमावस्या, रथ सप्तमी, जया एकादशी, माघ पूर्णिमा, फाल्गुन? देखें फरवरी के प्रमुख व्रत-त्योहार

अंग्रेजी कैलेंडर का दूसरा माह फरवरी प्रारंभ होने वाला है. फरवरी 2024 में दो एकादशी, दो प्रदोष, एक शिवरात्रि, एक पूर्णिमा, दो चतुर्थी व्रत आएंगे. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं कि फरवरी 2024 के प्रमुख व्रत और त्योहार कौन-कौन से हैं और कब आएंगे?

अंग्रेजी कैलेंडर का दूसरा माह फरवरी प्रारंभ होने वाला है. वैसे फरवरी में​ हिंदू कैलेंडर का 11 माह माघ और 12वां माह फाल्गुन रहेगा. फरवरी 2024 में दो एकादशी, दो प्रदोष, एक शिवरात्रि, एक पूर्णिमा, दो चतुर्थी व्रत आएंगे. इसके अलावा मौनी अमावस्या या माघ अमावस्या का बड़ा स्नान आने वाला है. फरवरी में ही माघ गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ होगा. इसमें 10 महाविद्याओं की पूजा करते हैं. वसंत पचंमी और सरस्वती पूजा का उत्सव भी फरवरी में आएगा. सूर्य देव की उपासना का पर्व रथ सप्तमी भी मनाई जाएगी. सूर्य की कृपा से भाग्य चमकेगा. हिंदू कैलेंडर के अंतिम माह फाल्गुन का प्रारंभ फरवरी के अंतिम सप्ताह में होगा. द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी या फाल्गुन संकष्टी चतुर्थी भी फरवरी में है. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं कि फरवरी 2024 के प्रमुख व्रत और त्योहार कौन-कौन से हैं और कब आएंगे?

फरवरी 2024 के प्रमुख व्रत और त्योहार

6 फरवरी, दिन मंगलवारः षटतिला एकादशी
7 फरवरी, दिन बुधवारः प्रदोष व्रत
8 फरवरी, दिन गुरुवारः माघ शिवरात्रि
9 फरवरी, दिन शुक्रवारः माघ अमावस्या, मौनी अमावस्या
10 फरवरी, दिन शनिवारः माघ गुप्त नवरात्रि प्रारंभ, कलश स्थापना, माघ शुक्ल पक्ष शुभारंभ
13 फरवरी, दिन मंगलवारः माघ विनायक चतुर्थी, कुंभ संक्रांति
14 फरवरी, दिन बुधवारः वसंत पंचमी, सरस्वती पूजा
16 फरवरी, दिन शुक्रवारः रथ सप्तमी
17 फरवरी, दिन शनिवारः गुप्त नवरात्रि दुर्गाष्टमी
18 फरवरी, दिन रविवार: माघ गुप्त नवरात्रि का पारण
20 फरवरी, दिन मंगलवारः जया एकादशी
21 फरवरी, दिन बुधवारः प्रदोष व्रत
24 फरवरी, दिन शनिवारः माघ पूर्णिमा व्रत, पूर्णिमा का स्नान-दान
25 फरवरी, दिन रविवार: फाल्गुन माह प्रारंभ
28 फरवरी, दिन बुधवार: द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी या फाल्गुन संकष्टी चतुर्थी

मौनी अमावस्या: 9 फरवरी, दिन शुक्रवार

फरवरी का सबसे बड़ा पर्व मौनी अमावस्या है. यह प्रयागराज के माघ मेले के प्रमुख स्नानों में से एक है. मौनी अमावस्या के अवसर पर पावन गंगा और संगम में स्नान करने के लिए देश और विदेश से लोग आते हैं. मौनी अमावस्या पर स्नान करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है. मौनी अमावस्या पर तिल का दान करना चाहिए और पितरों को तर्पण करना चाहिए.

माघ गुप्त नवरात्रि प्रारंभ: 10 फरवरी, दिन शनिवार

इस साल माघ गुप्त नवरात्रि 10 फरवरी से शुरू है. माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से माघ गुप्त नवरात्रि शुरू होती है. माघ गुप्त नवरात्रि के कलश स्थापना का मुहूर्त सुबह 08 बजकर 45 मिनट से सुबह 10 बजकर 10 मिनट तक है. इसके अलावा कलश स्थापना अभिजित मुहूर्त में 12:13 पीएम से 12:58 पीएम तक कर सकते हैं.

वसंत पंचमी, सरस्वती पूजा: 14 फरवरी, दिन बुधवार

माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को सरस्वती पूजा करते हैं और वसंत पंचमी का उत्सव मनाते हैं. सरस्वती पूजा के दिन आप अपने छोटे बच्चे का अक्षर ज्ञान का शुभारंभ करा सकते हैं. इस दिन पीले वस्त्र पहनते हैं. सरस्वती पूजा के दिन अबूझ मुहूर्त होता है.

माघ पूर्णिमा व्रत, पूर्णिमा का स्नान-दान: 24 फरवरी, दिन शनिवार

माघ पूर्णिमा व्रत और पूर्णिमा का स्नान-दान 24 फरवरी को होगा. पूर्णिमा वाले दिन व्रत रखकर सत्यनारायण भगवान की पूजा करते हैं. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पाप मिटते हैं और पुण्य बढ़ता है. पूर्णिमा की शाम आपको चंद्र देव और माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए. इससे आपके सुख और समृद्धि में बढ़ोत्तरी होगी.

फाल्गुन माह प्रारंभ: 25 फरवरी, दिन रविवार

इस साल फाल्गुन माह का प्रारंभ 25 फरवरी दिन रविवार से होगा. फाल्गुन माह हिंदू कैलेंडर का अंतिम महीना है. फाल्गुन में रंगों का त्योहार होली मनाई जाती है. उससे पहले होलिका दहन करते हैं. फाल्गुन में फुलेरा दूज से होली की तैयारी प्रारंभ हो जाती है.

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