संदेशखाली विवाद : ‘लोगों को देश-विरोधी बताना, भाजपा नेता अपना अधिकार समझते हैं’,: टीएमसी नेता शशि पांजा

संदेशखाली विवाद पर शशि पांजा ने कहा ‘हम चीजों को झुठलाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। संदेशखाली मामले पर हमारी नजर है, अगर आप कुछ कहना चाहते हैं तो कह सकते हैं।
पश्चिम बंगाल में सिख पुलिस अधिकारी को ‘खालिस्तानी’ कहने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। संदेशखाली के मुद्दे पर घिरी टीएमसी ने इस मुद्दे पर भाजपा को घेरने की कोशिश की। टीएमसी नेता और बंगाल सरकार की मंत्री शशि पांजा ने कहा कि ‘भाजपा नेता, फिर चाहे वो केंद्र के हों या फिर राज्य स्तर के, वे मानते हैं कि लोगों को खालिस्तानी या देश विरोधी घोषित करना, उनका जन्मसिद्ध अधिकार है। दुर्भाग्यपूर्ण बात ये है कि उनके पास माफी मांगने की भी हिम्मत नहीं है और उन्हें कोई पछतावा भी नहीं है।’
संदेशखाली विवाद पर राजनीति तेज
संदेशखाली विवाद पर शशि पांजा ने कहा ‘हम चीजों को झुठलाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। संदेशखाली मामले पर हमारी नजर है, अगर आप कुछ कहना चाहते हैं तो कह सकते हैं। जनजातीय आयोग को स्वागत है, लेकिन उन्हें जिम्मेदारी से और पूरी निष्पक्षता से जांच करनी चाहिए।’ पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने अपने बशीरहाट दौरे पर कहा कि बशीरहाट जाने का मकसद भाजपा कार्यकर्ताओं को यह यकीन दिलाना था कि पूरी पार्टी उनके साथ है। प्रधानमंत्री से लेकर बूथ अध्यक्ष तक सभी उनके साथ खड़े हैं।
शाहजहां शेख को लेकर सुकांत मजूमदार ने कहा कि ‘मैं डीजीपी से पूछना चाहता हूं कि अभी तक शाहजहां शेख को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है। एसटी कमीशन को यहां जांच के लिए जरूर आना चाहिए क्योंकि जिन लोगों के साथ ज्यादती हुई है, उनमें अधिकतर जनजाती ही हैं।’