द फैमिली मैन के जेके शारिब ने चॉल में गुजारा है बचपन, सड़क पर खड़े होकर देखते थे फिल्में

मुंबई
‘द फैमिली मैन 2’ वेब सीरीज में मनोज बाजपेयी ‘श्रीकांत तिवारी’ के दोस्त बने शारिब हाशमी यानी ‘जेके’ को दर्शकों का भरपूर प्यार मिल रहा है। वेब सीरीज में श्रीकांत और जेके की जोड़ी को काफी पसंद किया गया है। शारिब बताते हैं कि वह इस पहचान के लिए तरस रहे थे। वह सीरीज के राइटर राज और डीके के शुक्रगुजार हैं जिनकी वजह से उन्हें ये मौका मिला। इस वेब सीरीज के मिलने से पहले शारिब ने कई रिजेक्शंस झेले हैं। हिंदुस्तान से एक्सक्लूसिव बातचीत में शारिब ने अपनी लाइफ से जुड़े इंट्रेस्टिंग खुलासे किए।
चॉल में रहते थे शारिब, सड़क चलते देखी हैं फिल्में
शारिब फैंस के एक्साइटमेंट को बखूबी समझते हैं क्योंकि वह बचपन से फिल्मों के शौकीन रहे हैं। वह बताते हैं, मेरे पिता फिल्म जर्नलिस्ट थे। उन्होंने पैसा नहीं सम्मान कमाया था। मैं बचपन में चॉल में रहा हूं। मैंने कई फिल्में सड़क पर चलते-फिरते देखी हैं। शारिब बताते हैं, जब मैं अपने घर से बाहर निकलता था और किसी के घर की खिड़की से टीवी पर फिल्म चलती दिख जाती थी तो मैं वहीं खड़ा हो जाता था। मैंने ऐसे कई फिल्में देखी हैं।
आमिर खान के साथ जुड़ा है अजीब इत्तेफाक
शारिब बताते हैं, मैं फिल्मों का जबरदस्त शौकीन था और पिता के साथ शूटिंग पर जाने का मौका मिल जाता था। मैं आमिर खान का बहुत बड़ा फैन रहा हूं। उनकी कई फिल्मों की शूटिंग भी देखी है और अजीब इत्तेफाक ये रहा है कि मैं उनकी जिस-जिस फिल्म की शूटिंग देखने गया वो सारी फ्लॉप रहीं। मैं अब चाहता हूं कि बतौर विजिटर नहीं बल्कि ऐक्टर बनकर उनके सेट पर जाऊं और हिट दूं ताकि मेरे मन का ये भ्रम निकल जाए।
फिल्म हाथ से निकलने पर खूब रोए थे शारिब
शारिब के मन में आमिर खान के साथ काम करने की दिली इच्छा है और एक बार ये पूरी होते-होते रह गई। दरअसल वह ‘धोबी घाट’ के लिए कास्ट कर लिए गए थे। 15 दिन पहले उनके पास किरण राव का फोन आया। उन्होंने बताया कि कैरेक्टर के हिसाब से उनका लुक मैच नहीं कर रहा है। इसके बाद वह बहुत रोए भी थे।
बुरे वक्त पर पत्नी और घरवालों ने दिया साथ
शारिब ने बताया, एक वक्त था जब उन्होंने ऐक्टिंग के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी थी। 3 साल तक जब उनके पास काम नहीं था तो उन पर काफी कर्ज हो गया था। इस दौरान पत्नी के जेवर बेचने पड़े और घर भी बिक गया लेकिन उनके घरवालों ने उनका पूरा साथ दिया। शारिब का कहना है कि दर्शकों का प्यार देखकर अब लगता है कि मेरा संघर्ष बेकार नहीं गया।
स्ट्रगल ने बना दिया इमोशनल पर अंदर से मजबूत
शारिब बताते हैं, मैंने करियर में बहुत संघर्ष किया है और रिजेक्शंस भी झेले हैं। हर दिन ऑडिशन के बाद न सुनता था। कई बड़े प्रोजेक्ट मिलने के बाद हाथ से निकल गए। दिमाग में इतना डर बैठ गया था कि कोई बड़ा प्रोजेक्ट मिलता तो मन में लगता रहता था कि ये भी चला जाएगा। ऐसा हुआ भी। इस वजह से मैं काफी इमोशनल हो गया और मजबूत भी।