मुंबई में खसरा से आतंक, एक महीने में 13 की मौत, अब तक 233 मामलों की पुष्टि

महाराष्ट्र में अब तक खसरा के 553 केस सामने आ चुके हैं।
मुंबई
Maharashtra News: मुंबई (Mumbai) और इसके आसपास के इलाकों में खसरे (Measles) का प्रकोप बढ़ रहा है। बुधवार तक शहर में 233 मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें से 200 से अधिक पिछले दो महीनों में दर्ज किए गए थे। अक्टूबर में खसरा से 3 मौतें दर्ज की गईं।
यह आंकड़ें पिछले कुछ वर्षों की तुलना में काफी बढ़ गए हैं। 2021 में मुंबई में 10 मामले और 1 मौत, 2020 में 29 मामले और कोई मौत नहीं, वहीं 2019 में खसरे से 37 मामले और 3 मौतें दर्ज की गईं थीं। मुंबई के आसपास के क्षेत्रों की बात की जाए तो 17 नवंबर 2022 तक मालेगांव में 51, भिवंडी में 37, ठाणे में 28, नासिक में 17, ठाणे ग्रामीण में 15, अकोला में 11, नासिक और यवतमाल में 10-10 और कल्याण-डोंबिवली और वसई-विरार में खसरा के नौ-नौ मामले दर्ज किए गए।
महाराष्ट्र में अब तक 553 Measles Case: खसरा के बढ़ते केसों के चलते महाराष्ट्र में अब तक 553 मामले सामने आ चुके हैं जो पिछले साल की तुलना में 6 गुना अधिक है। साल 2021 में महाराष्ट्र में Measles के 92 मामले सामने आए थे और 2 मौतें हुई थीं। वहीं, राज्य में 2020 में 193 मामले और 3 मौतें दर्ज की गईं थीं। 2019 में 153 मामले और 3 मौतें खसरा से हुई थीं।
मुंबई के सात इलाके बने हॉटस्पॉट: खसरा से अब तक हुई 13 मौतों में से नौ मुंबई में हुईं जबकि शेष शहर के बाहरी इलाके से थीं। इनमें से एक मौत नालासोपारा में और तीन भिवंडी में हुईं। खसरा से हुई मौतों में तीन 0-11 महीने के आयु वर्ग में थे, आठ 1-2 वर्ष के समूह में थे और दो 3-5 वर्ष के समूह में थे। मुंबई के सात इलाके धारावी, गोवंडी, कुर्ला, माहिम, बांद्रा और माटुंगा – हॉटस्पॉट के रूप में उभरे हैं। जबकि सितंबर तक मामलों की संख्या 25 थी, अक्टूबर में शहर में 60 मामले दर्ज किए गए थे।
कोविड के कारण टीकाकरण में देरी: अधिकारियों ने कोविड के कारण टीकाकरण में गैप को खसरा के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार बताया। राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के अनुसार, खसरे के टीके की दो खुराकें – 9 और 15 महीने की उम्र में दी जानी चाहिए। बीएमसी के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मंगला गोमारे ने कहा, “कोविड -19 के बीच, टीकाकरण प्रभावित हुआ। हमारे पास लगभग 20,000 बच्चे हैं जिन्हें खसरे का टीका नहीं मिला है। अब, हम इन सभी बच्चों पर नज़र रख रहे हैं और प्राथमिकता पर टीकाकरण शिविर आयोजित कर रहे हैं।”
(Story By- Rupsa Chakraborty)