100 सालों में कोरोना सबसे बड़ी महामारी:PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मन की बात कार्यक्रम के 77वां संस्करण के तहत लोगों को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम हम देख रहे हैं कि किस प्रकार से देश पूरी ताक़त के साथ COVID-19 के खिलाफ़ लड़ रहा है.
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मन की बात कार्यक्रम के 77वां संस्करण के तहत लोगों को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम हम देख रहे हैं कि किस प्रकार से देश पूरी ताक़त के साथ COVID-19 के खिलाफ़ लड़ रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले सौ सालों में यह सबसे बड़ी महामारी है और इसी महामारी के बीच भारत ने अनेक प्राकृतिक आपदाओं का भी डटकर मुकाबला किया है. पीएम मोदी ने कहा कि मैं उन सभी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपने करीबियों को खोया है. हम सभी इस मुश्किल घड़ी में उन लोगों के साथ मज़बूती से खड़े हैं, जिन्होंने इस आपदा का नुक़सान झेला है. उन्होंने कहा कि चुनौती कितनी ही बड़ी हो, भारत का विजय का संकल्प भी हमेशा उतना ही बड़ा रहा है. देश की सामूहिक शक्ति और हमारे सेवा-भाव ने, देश को हर तूफ़ान से बाहर निकाला है.
ऑक्सीजन टैंकर ड्राइवर से संवाद
अपने रेडियो कार्यक्रम में पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले दिनेश बाबूलनाथ उपाध्याय से संवाद किया, जोकि लीक्विड ऑक्सीजन का टैंकर चलाते हैं. प्रधानमंत्री ने उनके कामकाज के अनुभव के साथ उनके परिवार का हालचाल जाना और कोविड काल के दौरान किए गए काम के लिए उनकी सराहना भी की. उन्होंने बातचीत के बाद कहा कि वाकई जब एक टैंकर ड्राइवर ऑक्सीजन लेकर अस्पताल पहुंचते हैं तो ईश्वर के भेजे गए दूत ही लगते हैं. उन्होंने कहा कि हम समझ सकते हैं कि ये काम कितनी ज़िम्मेदारी का होता है और इसमें कितना मानसिक दबाव भी होता है.
ऑक्सीजन एक्सप्रेस लोको पायलट शिरिषा संग संवाद
इसके बाद पीएम मोदी ने रेलवे की प्रशंसा करते हुए कहा कि चुनौती के इसी समय में ऑक्सीजन के ट्रांस्पोर्टेशन को आसान करने के लिए भारतीय रेल भी आगे आई है. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने सड़क पर चलने वाले ऑक्सीजन टैंकर से कहीं ज्यादा तेज़ी से, कहीं ज्यादा मात्रा में प्राणवायु देश के कोने-कोने में पहुंचाई. इस मौके पर उन्होंने ऑक्सीजन एक्सप्रेस की लोको पायलट शिरिजा गजनी के साथ संवाद किया और उनके कार्य की सराहना की. उन्होंने कहा कि शिरिषा जी, आप बहुत ही शानदार काम कर रही हैं. कोरोना काल में आप की तरह अनेक महिलाओं ने आगे आकर कोरोना से लड़ने में देश को ताक़त दी है. उन्होंने कहा कि आप भी नारी-शक्ति का एक बहुत बड़ा उदाहरण हैं.
‘सारी संस्थाएं एकजुट’
अपने कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि वास्तव में ये लड़ाई इतनी बड़ी है कि इसमें रेलवे की ही तरह हमारा देश, जल, थल, नभ, तीनों मार्गों से काम कर रहा है. एक ओर खाली टैंकर्स को एयरफोर्स के विमानों द्वारा ऑक्सीजन प्लांट तक पहुंचाने का काम हो रहा है वहीं दूसरी ओर नए ऑक्सीजन बनाने का काम भी पूरा किया जा रहा है. साथ ही, विदेशों से ऑक्सीजन, ऑक्सीजन कसंट्रेटर और क्रिप्टोजेनिक टैंकर भी देश में लाये जा रहे हैं. इसलिए, इसमें नेवी भी लगी, एयरफोर्स भी लगी, भारतीय सेना भी लगी और DRDO जैसी हमारी संस्थाएं भी जुटी हैं. हमारी संस्थाएं भी जुटी हैं. उन्होंने कहा कि हमारे कितने ही वैज्ञानिक, इंडस्ट्री के विशेषज्ञ और टेक्नीशियन भी युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन पटनायक जी से संवाद कर किया और वायुसेना द्वारा कोविड काल में किए गए कामकाजों की सराहना की. उन्होंने कहा कि वाकई हमारे जवानों ने, इन वॉरियर्स ने जो काम किया है, इसके लिए देश इन्हें सलाम करता है. इसी तरह लाखों लोग दिन रात जुटे हुए हैं जो काम वो कर रहे हैं, वो इनके रुटीन काम का हिस्सा नहीं है. उन्होंने कहा कि इस तरह की आपदा तो दुनिया पर सौ साल बाद आई है , एक शताब्दी के बाद इतना बड़ा संकट, इसलिए इस तरह के काम का किसी के पास कोई भी अनुभव नहीं था. इसके पीछे देशसेवा का जज़्बा है और एक संकल्पशक्ति है, इसी से देश ने वो काम किया है जो पहले कभी नहीं हुआ.