लगातार चोटिल हो रहे टीम इंडिया के तेज गेंदबाज, एनसीए की नाकामी पर उठे सवाल

भारतीय टीम (Team India) के तेज गेंदबाज लगातार चोट से जूझ रहे हैं. इनमें जसप्रीत बुमराह, हर्षल पटेल समेत कई नाम शामिल हैं. तेज गेंदबाजों के लगातार अनफिट होने से कई सवाल उठ रहे है. नेशनल क्रिकेट अकादमी (National Cricket Academy) की भूमिका भी कटघरे में है.
बुमराह को सीरीज शुरू होने से पहले प्रैक्टिस के दौरान ही पीठ में दर्द की शिकायत के बाद NCA भेज दिया गया था
नई दिल्ली.
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज हर्षल पटेल और दीपक चाहर ने चोट के कारण लंबे समय तक बाहर रहने के बाद हाल ही में मैदान में वापसी की है. जसप्रीत बुमराह अभी पूरी तरह ठीक नहीं हो पाए हैं. वहीं, प्रसिद्ध कृष्णा और यश दयाल भी चोट से जूझ रहे हैं. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि क्या तेज गेंदबाजों को फिटनेस को लेकर सही मार्गदर्शन नहीं मिल रहा? क्या उनके वर्कलोड मैनेजमेंट पर ध्यान नहीं दिया जा रहा? नेशनल क्रिकेट अकादमी अगर मौके पर टीम इंडिया को फिट गेंदबाज उपलब्ध नहीं करवा पा रही है तो उसकी भूमिका क्या है? ऐसे कई सवाल हैं, जिनका पूर्व क्रिकेटर और खेलप्रेमी जवाब चाहते हैं.
भारत के पूर्व क्रिकेटर सबा करीम ने एनसीए की नाकामी पर सवाल उठाते हुए कहा कि जसप्रीत बुमराह उस वक्त चोट के कारण बाहर हुए जब टीम को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी. एशिया कप और टी20 वर्ल्ड कप सामने था. दीपक चाहर, हर्षल पटेल, प्रसिद्ध कृष्णा और यश दयाल के अलावा कई और नाम भी हैं जो चोट के कारण मैदान से बाहर हो गए. उन्होंने कहा कि भारतीय टीम के साथ न्यूजीलैंड में मौजूद शार्दुल ठाकुर भी अभी पूरी तरह फिट नजर नहीं आ रहे हैं.
सबा करीम ने एक स्पोर्ट्स वेबसाइट से कहा, “जहां तक मुझे पता है यह नेशनल क्रिकेट अकादमी का काम है, जो टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं के साथ बैठता है और 10-12 तेज गेंदबाजों के पूल को शॉर्टलिस्ट करता है. एनसीए को तेज गेंदबाजों का मार्गदर्शन करने की जरूरत है. साथ ही उनकी फिटनेस पर नजर रखने की भी.” गेंदबाजों के वर्कलोड मैनेजमेंट पर भी ध्यान देने की जरूरत है, ताकि जब भी टीम को जरूरत हो खिलाड़ी उपलब्ध रहें.
हीरे की तलाश में सोना खो रहे: कैफ
भारत के सबसे फिट क्रिकेटरों में शुमार रहे मोहम्मद कैफ ने वनडे वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया की सबसे बड़ी दिक्कत तेज गेंदबाजी को बताया है. उन्होंने प्राइम वीडियो पर कहा, ‘शार्दुल ठाकुर न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरा वनडे नहीं खेले…क्यों? ऐसा लग रहा है कि नए खिलाड़ियों की तलाश में हम पुराने खिलाड़ियों को खोते जा रहे हैं. कहीं ऐसा न हो कि हीरे की तलाश में हम सोना खो बैठे.”
उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की टीम ने हाल ही में वर्ल्ड कप जीता है. इस टीम की औसत उम्र 31 साल थी. इसलिए अनुभवी प्लेयर्स का टीम में होना बहुत जरूरी है. कैफ के अलावा कई अन्य पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि देश में तेज गेंदबाजों का नया पूल मौजूद होने का यह मतलब नहीं है कि हम अपने मौजूदा या पुराने गेंदबाजों पर ध्यान न दें.