बंगाल हिंसा में 16 लोगों की मौत, BJP जनादेश स्वीकारने को तैयार नहीं:ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार को 2-2 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया.
कोलकाता.
पश्चिम बंगाल (West Bengal Violence) में 2 मई को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद राज्य के अलग-अलग हिस्सों में हुई हिंसा को लेकर केंद्र सरकार और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच तकरार जारी है. बीजेपी (BJP) की ओर से तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर हमले के आरोप लगाए जा रहे हैं. ऐसे में गुरुवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इस दौरान कहा कि बीजेपी के नेता जनादेश को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार के लिए मुआवजे का भी ऐलान किया. उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग की कानून व्यवस्था के अंतर्गत 16 लोगों की मौत हुई है. इनमें से बीजेपी और टीएमसी के आधे-आधे कार्यकर्ता थे. वहीं एक कार्यकर्ता संयुक्त मोर्चा का था.
ममता बनर्जी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘बीजेपी नेता यहां घूम रहे हैं. वे भड़काने का काम कर रहे हैं. अभी नई सरकार को बने 24 घंटे भी नहीं हुए कि उन्होंने पत्र भेजना, टीम भेजना और नेताओं को भी भेजना शुरू कर दिया है.’ उन्होंने कहा, ‘असल में वे जनादेश को मानने को तैयार ही नहीं हैं. मैं उनसे अनुरोध करती हूं कि वे जनादेश को स्वीकार करें.’
ममता बनर्जी ने कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर भी केंद्र सरकार को घेरा. उन्होंने कहा, ‘पीएम केयर्स फंड कहां है? क्यों वे लोग युवाओं की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं. उनके नेताओं को दूसरे स्थानों पर जाने की जगह अस्पतालों में जाना चाहिए. उनके नेता यहां आ रहे हैं और कोरोना फैल रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे फ्री टीकाकरण को लेकर अभी तक पीएम मोदी की ओर से कोई जवाई नहीं मिला है. वे लोग फ्री टीकाकरण के लिए 30 हजार करोड़ रुपये क्यों नहीं आवंटित कर रहे हैं. जबकि नए संसद भवन और मूर्तियों के लिए 20 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं.’
ममता बनर्जी ने कहा, ‘कोरोना के समय में नेता यहां आ रहे हैं, चाय पीते हैं और चले जाते हैं. अब अगर नेता यहां आएंगे तो उन्हें आरटी पीसीआर नेगेटि
बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को दावा किया था कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में हुई हिंसा में कम से कम 14 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई जबकि करीब एक लाख लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाया था कि चुनाव परिणाम आने के बाद बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं की ‘नृशंस हत्या’ के मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चुप्पी उनकी संलिप्तता बताती है.