कोरोना लॉक डाउन= मोदी सरकार और राज्य सरकारे साथ मिलकर १०’००० रुपया देश की गरीब -आम जनताके खाते में डालें और फिर लॉक डाउन करें: देश की जनताकी मांग।

कोरोना लॉक डाउन= मोदी सरकार और राज्य सरकारे साथ मिलकर १०’००० रुपया देश की गरीब -आम जनताके खाते में डालें और फिर लॉक डाउन करें: देश की जनताकी मांग।
अहमदाबाद
पुरा भारत देश आज कोरोना कि महामारी से लड़ रहा है मोदीजीने पहले कोरोना महामारी मे अचानक २१ दिन का लॉक डाउन डाल कर देश की जनताको मुसकेलीमे डाल देने से देश में उस वक्त चारोंऔर अरफाटरफ़ी मची थी तब अनेको लोग भूख से और रास्ते पर चलते परिवार के साथ मौत को प्यारे हो गए थे। तब भी मोदीजीका दिल जराभी नहीं पिंघला अब इस बार कोरोना ने पुनः देश में दस्तक दी है इस बार भी मोदीजीकी गलती से ही देश में कोरोना चारों और फैला है इस बार तबाही का आलम है। मोदीजीकी अहंकारी नीति से पूरा देश तबाही में फ़शा हुआ है देश में चारों और कोरोना से मोते हो रही है उसके जिम्मेदार ख़ुद मोदीजी है मगर वो आज भी स्वीकार ने को तैयार नहीं है देश में कोरोना ने मौत का तांडव मचा रखा है देश की राज्य सरकारे कोरोना को रोकने अपने तरीकेसे लॉक डाउन डाल कर ये महामारी को कम करने का प्रयास कर रही है पर सफलता नहीं मिल रही विदेशोंमें मोदीजी की निष्फलताकी चारों और चर्चा है फिरभी मोदीजी बस राज्योंसे मीटिंग कर हाथ अद्धर कर अपनी विफ़लताको छुपा ने का प्रयास कर रहे है। देशकी कोर्ट भी लॉक डाउन के पक्षमे है मोदीजी को कोर्ट ने आदेश दिए है की देश की गरीब -आम जनता का सोच कर लॉक डाउन डाले अब देश की आम जनता मेसे मांग उठी है मोदीजी या राज्य सरकारे लॉक डाउन करने से पहले देश कि जनता के बैंक खाते में १०’००० रुपया डाले
आज देश की आम जनता के पास पैसा नहीं है देश को कोरोना की महामारी में झोंकने वाले मोदीजी को देश कभी माफ़ नहीं करेगा।
मोदीजी देश की आम जनता आपका परिवार है लाखो केसूट पहनने कि जग़ह देश के ग़रीब परिवारोकि ये आवाज़ आप सुन ले और आम जनता के बैंक खातेमें १०’००० रुपया डाले