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जब 1 फिल्म के लिए राज कपूर ने दांव पर लगा दिया था सब कुछ, बनी साल की सबसे बड़ी डिजास्टर, फिर यूं चमकी किस्मत

बॉलीवुड के शोमैन राज कपूर (Raj Kapoor) एक निर्माता, निर्देशक और अभिनेता थे. उन्होंने हिंदी सिनेमा को न सिर्फ बेहतरीन फिल्में दीं, बल्कि अपनी बात लोगों तक पहुंचाने के लिए सिनेमा में कई प्रयोग भी किए. उनकी फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ इंडस्ट्री में एक ऐसा ही एक्सपेरिमेंट थी. जिससे उन्हें सिर्फ नाकामी ही मिली. हालांकि इस फिल्म के लिए राज कपूर ने अपना सब कुछ दांव पर लगा था दिया था.

नई दिल्ली:

राज कपूर (Raj Kapoor) सिर्फ देश में ही नहीं विदेशों में भी काफी लोकप्रिय थे. उनकी फिल्मों और गाने के दीवाने सरहद पार के लोग भी हुआ करते थे. अपनी सोच और टैलेंट को दर्शा कर वह फिल्म इंडस्ट्री को ही नहीं दर्शकों को भी चौंका देते थे. साल 1970 में आई फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ में भी उन्होंने कुछ अलग करने की सोच से एक कहानी पेश की. अपनी इस फिल्म के लिए राजकपूर ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था. लेकिन ये उस साल की डिजास्टर फिल्म साबित हुई थी, जिसने राज कपूर को तोड़ कर दिया था.

चार घंटे से भी लंबी मल्टीस्टारर फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ में दो इंटरवेल होते थे, तब भी वह फिल्म फ्लॉप हो गई थी. जबकि आज उनकी वो फिल्म क्लासिक फिल्मों में शुमार की जाती है. लेकिन 1970 में वो बड़ी डिजास्टर साबित हुई थी. राज कपूर ही एक्टर के साथ इस फिल्म के प्रोड्यूसर-डायरेक्टर भी थे. ये कहना गलत नहीं होगा कि ये फिल्म राज कपूर का ड्रीम प्रोजेक्ट थी. 6 साल तक राज कपूर ने इस फिल्म के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था. वह सिनेमा में एक नया प्रयोग करना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने मार्केट से काफी पैसा उठाया था. लेकिन दर्शकों ने इस फिल्म को सिरे से नकारकर राज कपूर को बर्बाद कर दिया था.

घर तक रखना पड़ा था गिरवी
राज के लिए इस फिल्म को बनाना एक सपना था. इस फिल्म के लिए उन्होंने बाहर से भी काफी पैसा उठाया था. फिल्म से उन्हें काफी उम्मीदें भी थीं. वह इसे लेकर इतना सीरियस थे कि उन्होंने अपना घर तक गिरवी रख दिया था. लेकिन जब फिल्म ने सिनेमाघरों में रिलीज हुई तो लोगों ने इस लंबी चौड़ी चार घंटे वाली फिल्म को सिरे से नकार दिया. इस फिल्म की असफलता से राज कपूर को बहुत नुकसान हुआ था. वह पूरी तरह टूट गए थे. बल्कि मार्केट में उनकी इमेज खराब होने लगी थी. फाइनेंसरों ने उन्हें भी उन्हें ऐसे वक्त पर अकेला छोड़ दिया. कोई उनकी आने वाली फिल्मों पर पैसा लगाने को तैयार नहीं था. अपने दुखों को भूल कर दर्शकों को हंसाने वाली मेरा नाम जोकर की कहानी शायद लोग समझ ही नहीं पाए थे.

मल्टीस्टारर फिल्म में रखे गए 2 इंटरवेल
इस मल्टीस्टारर फिल्म में राज कपूर, राजेन्द्र कुमार, धर्मेंद्र, मनोज कुमार, बबीता, सिमी ग्रेवाल और पद्मिनी जैसी स्टार्स नजर आए थे. मल्टीस्टारर फिल्म होने के बावजूद फिल्म लोगों को पसंद नहीं आई थी. शायद इसकी वजह फिल्म का काफी लंबा होना था. इस फिल्म की अवधि लगभग 255 मिनिट यान चार घंटे 15 मिनट की थी. इस वजह से भी फिल्म की काफी आलोचना हुई थी. दर्शकों के लिए 4 घंटे से ज्यादा लगातार किसी एक फिल्म को देखना आसान नहीं था. इसलिए फिल्म को तीन हिस्सों में बांटा गया और फिल्म के दौरान 2 इंटरवेल हुए थे.

फिल्म ‘बॉबी’ से यूं चमकी किस्मत
राज कपूर ने मेरा नाम जोकर’ में हुए अपमान और नुकसान की भरपाई करने के लिए एक रोमांटिक फिल्म बनाने का मन बनाया. जिसमें वह राजेश खन्ना जैसे बड़े स्टार को कास्ट करना चाहते थे. लेकिन वह उनकी फीस नहीं दे सकते थे. ऐसे में उन्हें ना चाहते हुए भी अपने बेटे ऋषि कपूर को इस फिल्म में बतौर हीरो लेना पड़ा. क्योंकि कोई फायनेंसर उन्हें पैसे देने के लिए तैयार था. इसलिए उन्होंने ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया को फिल्म ‘बॉबी’ बनाई. इस फिल्म ने राज कपूर का खोया हुई स्टारडम उन्हें वापस दिला दिया. ये फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई और ‘मेरा नाम जोकर’ से हुए सारे नुकसान की भरपाई राज कपूर को अपनी इस फिल्म से हो गई.

 

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