‘सभी विभाग में करप्शन होता है’, बोले CM अशोक गहलोत- कलेक्टर, SP तक पकड़े गये, मेरे मंत्रालय से भी धरे गये हैं

नई दिल्ली
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि सभी जगहों पर हर डिपार्टमेंट में करप्शन होता है। पर सरकार की मंशा क्या है कि इसे रोके कैसे…बड़े-बड़े अधिकारी हमारे पकड़े जाते हैं। कलेक्टर पकड़े गये हैं। एसपी पकड़े गये हैं। सस्पेंड तक हो गये हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम अशोक गहलोत ने कहा, ‘अभी परसों शिक्षकों का प्रोग्राम था तो मैंने करप्शन की बात शुरू कर दी। तो मैं यह कहना चाहूंगा कि अभी तो एसपी अच्छा काम कर रहे हैं यहां राजस्थान में…हिन्दुस्तान में मैं समझता हूं कि एंटी करप्शन डिपार्टमेंट सबसे अच्छा काम राजस्थान में कर रहा है। तो जो पकड़े जा रहे हैं…वो कोई शिक्षा विभाग तो है नहीं…वो सिर्फ टीचर की बात नहीं थी। वो बात थी कि सब जगह हर डिपार्टमेंट में करप्शन होता है। पर सरकार की मंशा क्या है कि इसे रोके कैसे…बड़े-बड़े अधिकारी हमारे पकड़े जाते हैं।
कलेक्टर पकड़े गये हैं। एसपी पकड़े गये हैं। सस्पेंड तक हो गये हैं…बर्खास्त तक हो रहे हैं। लेकिन रास्ता मिलेगा आपको। इसलिए मैंने सिर्फ शिक्षा विभाग की बात नहीं की…वो भी बेचारे तकलीफ में आ जाते हैं..कि पैसे दो कहीं पर जाकर..कोशिश करो अपनी जांच रिपोर्ट बन जाए। यह नौबत क्यों आती है…नीति बन जाए अगर मान लो…टीचर के ट्रांसफर की तो हर टीचर को लगेगा कि मेरा नंबर कब आएगा…एक साल बाद आएगा या दो साल बाद आएगा..तो ना वो पैसा देगा और ना करप्शन होगा। ये मेरा मकसद था कहने का। बाकी मैंने जो कहा उसका मतलब यह था कि कई लोग जो पकड़े जा रहे हैं वो तो दूसरे मंत्रालय के पकड़े जा रहे हैं। गृह मंत्रालय, जो कि मेरे पास है उसमें कई लोग पकड़ गये हैं। तो इसलिए यह बात जो फैलाई गई है कि शिक्षा विभाग पर कमेंट कर दिया वो ठीक नहीं मेरा मकसद यह था।’
#WATCH | Rajasthan CM Ashok Gehlot says, “Corruption exists in every department. But Govt devises plans to stop it. Corrupt officers, even SPs & collectors, are being caught. Corruption in transfer-posting (in education dept) can be eliminated by bringing a policy on transfer.” pic.twitter.com/STBkQE9b5v
आपको याद दिला दें कि अभी हाल ही में मुख्यमंत्री जयपुर में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में कई शिक्षक भी मौजूद थे। शिक्षकों को संबोधित करते हुए जब सीएम अशोक गहलोत ने पूछा था कि ट्रांसफर के लिए पैसे देने पड़ते हैं? तब इस सवाल के जवाब में कई शिक्षकों ने एक साथ हां कह दिया था।
यह जवाब सुनने के बाद सीएम गहलोत ने कहा था, ‘दुख की बात है कि शिक्षक को पैसे देकर ट्रांसफर करवाना पड़ता है। मैं समझता हूं कि कोई ऐसी पॉलिसी बन जाए ताकि आपको पता हो कि आपका ट्रांसफर होगा तो 2 साल लगेंगे ही लगेंगे। मुझे तीन साल लगेंगे, मुझे चार साल लगेंगे…सबको मालूम रहे कि न पैसे चलेंगे और न विधायक को आप तंगे करेंगे।’