तमिलनाडु में बारिश से बुरा हाल: 500 रेल यात्रियों पर आफत, हेलीकॉप्टर से निकाल रही एयरफोर्स

तमिलनाडु का तूत्तुक्कुडि, तिरुनेलवेली, तेनकासी और कन्याकुमारी जिला बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित है. इन जिलों हालात बदतर होते जा रहे हैं.
तमिलनाडु में भारी बारिश की वजह से हालात बिगड़ गए हैं. अब तक कम से कम 12 हजार से ज्यादा लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जा चुका है. राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन आज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर राज्य के हालत की जानकारी देंगे. सीएम स्टालिन की पीएम के साथ रात 10.30 बजे मुलाकात तय है. यहां से वो फौरन तूत्तुक्कुडि रवाना होंगे, जो बारिश से सर्वाधिक प्रभावित है.
कौन से जिले सबसे ज्यादा प्रभावित?
आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा है कि तमिलनाडु का तूत्तुक्कुडि, तिरुनेलवेली, तेनकासी और कन्याकुमारी जिला बारिश से सर्वाधिक प्रभावित है. इन जिलों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा दर्ज की गई. जबकि, दक्षिणी तमिलनाडु में अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई.
आज भी भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने 19 दिसंबर को भी कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, तूत्तुक्कुडि और तेनकासी जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है.
हेलीकॉप्टर से निकाले जा रहे लोग
दक्षिण रेलवे ने एक बयान में कहा है कि एयरफोर्स ने बाढ़ प्रभावित दक्षिणी तमिलनाडु में फंसे रेल यात्रियों को हेलिकॉप्टर से निकालना शुरू कर दिया है. बारिश के चलते तूत्तुक्कुडि जिले के श्रीवैकुंटम में लगभग 800 रेल यात्री फंस गए थे, इनमें से 300 को रेस्क्यू कर एक स्थानीय स्कूल में शिफ्ट कर दिया गया है. अन्य 500 यात्री अभी भी श्रीवैकुंटम रेलवे स्टेशन पर फंसे हैं, क्यों बारिश के चलते रास्ते डूब गए हैं. मदुरै से हेलीकॉप्टर के जरिये श्रीवैकुंटम रेलवे स्टेशन पर खाने-पीने की चीजें भेजी गई हैं.
तिरुनेलवेली-तिरुचेंदूर खंड पर ट्रेनें बंद
एक अधिकारी ने कहा कि फंसे यात्रियों को निकालने के लिए सभी प्रयास जारी हैं और एनडीआरएफ अधिकारियों को भी सतर्क कर दिया गया है. उधर, दक्षिणी रेलवे ने तिरुनेलवेली-तिरुचेंदूर खंड पर श्रीवैकुंटम और सेदुंगनल्लूर के बीच रेल यातायात निलंबित कर दिया है. रेलवे के मुताबिक भारी बारिश के चलते पटरियां बाढ़ में पूरी तरह डूबी हुई हैं.
अब तक कितनी मौतें?
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक बारिश ने अब तक कम से कम 3 लोगों की जान ली है. अत्यधिक बारिश वाले जिलों में बिजली की सप्लाई भी रोक दी गई है. इससे मोबाइल सेवाओं पर भी असर पड़ा है. एयरफोर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और कोस्ट गार्ड की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हैं.
CM ने मांगे 12 हजार करोड़
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) ने केंद्र सरकार से राहत और बचाव के लिए 12 हजार करोड़ रुपये की मांग की है. एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि हमें 7300 करोड़ की जरूर फौरन है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने बारिश-बाढ़ से प्रभावित जिलों के लिए पहले ही 6000 करोड़ रुपये के मदद का ऐलान किया है. (इनपुट भाषा से भी)