अपनी इस आदत को बुरी मानती हैं श्रिया पिलगांवकर, जानें एक्ट्रेस के अपकमिंग प्रोजेक्ट्स
,मुंबई
अभिनेत्री श्रिया पिलगांवकर का नाम उन अभिनेत्रियों में शुमार है, जो किसी भी किरदार में जान डाल देती हैं। चाहें बात फिर बॉलीवुड की हो या फिर ओटोटी की, श्रिया पिलगांवकर ने अपने लिए अपना एक अलग मुकाम बना लिया है। जल्दी ही श्रिया पिलगांवकर फिल्म हाथी मेरे साथी में नजर आएंगी। ऐसे में श्रिया पिलगांवकर के साथ खास बातचीत और शेयर की अपने मन की बात।
बॉलीवुड और ओटीटी में से कौनसा मोड बेहतर मानती हैं और क्यों?
इस सवाल के जवाब में श्रिया हंसते हुए कहती हैं, ‘इस सवाल को तो बैन कर देना चाहिए।’ इसके बाद श्रिया कहती हैं, ‘ये ऐसा टाइम है, जहां आप दोनों कर सकते हैं। ओटीटी में सबसे अच्छी बात ये है कि वहां हीरो- हीरोइन का फंडा नहीं है, वहां हर किरदार को स्कोप मिलता है। ओटीटी में किरदार का ग्राफ बेहतर होता है और आपको काफी कुछ करने का मौका मिलता है। लेकिन फिल्म का सीन अलग है, क्योंकि फिल्म की स्टोरी में हर किरदार को तो उतना वक्त नहीं दे सकते। लेकिन फिल्म का मजा अलग है क्योंकि बड़ी स्क्रीन पर कुछ देखना, उस सिनेमैटिक एक्सपीरियंस का मजा ही अलग है।’
खुद में एक सबसे बेहतर बात और एक बुरी बात क्या देखती हैं?
इस सवाल को सुनकर श्रिया थोड़ा सा सोच में पड़ जाती हैं और फिर कहती हैं,’ मुझे लगता है कि मेरे में सबसी अच्छी बात है कि मैं किस तरह से चीजों को देखती हूं। मेरा जिंदगी जीने का दृष्टिकोण अच्छा है और उससे मुझे बहुत ताकत मिलती है। जिंदगी में उतार- चढ़ाव आते हैं लेकिन बतौर इंसान मुझे खुद को बहुत स्ट्रॉन्ग रखना है। कई बार कई बातें नहीं बनती हैं, तो भी मैं उसके आगे ही देखती हूं, मैं कभी भी उसके पीछे नहीं देखती हूं। इसके अलावा मुझे लगता कि ज्यादा सोचना मेरी एक बुरी आदत है, मैं कई बार स्ट्रेस भी ले लेती हूं किसी भी बात के बारे में बहुत सोचते हुए।’
आगे अब और क्या करने का इरादा है? क्या कुछ नया आ रहा है फैन्स के लिए?
इस सवाल पर श्रिया कहती हैं, ‘जो अभी तक किया है, उसको ही बार बार और कई बार करना है। हालांकि अभी तक मेरे अगले प्रोजेक्ट्स का आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है लेकिन मैं मेरी एक फिल्म और दो वेब सीरीज के लिए बहुत एक्साइटिड हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि आगे भी दर्शकों को मेरा काम पसंद आता रहेगा और मैं हमेशा कुछ न कुछ नया करने की कोशिश करती रहूंगी।’