दिल्ली

एक तस्‍वीर और 200 अलग नाम…राहुल गांधी बोले- दो बूथ के CCTV फुटेज उड़ा दिए; EC ने पूछा- कहां थे एजेंट ?

कांग्रेस के पूर्व राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर एक और गंभीर आरोप लगाया है. कांग्रेस नेता ने आयोग पर हरियाणा में 25 लाख वोटों की चोरी करने का आरोप लगाया है. चुनाव आयोग ने राहुल के आरोपों पर पूछा कि उस वक्‍त कांग्रेस के बूथ एजेंट क्‍या कर रहे थे?

 

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी बुधवार दोपहर 12 बजे नई दिल्ली के AICC मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. उनकी इस घोषणा के बाद राजनीतिक गलियारे में अटकलें तेज हैं कि वे अपनी पहले की चेतावनी के तहत कोई बड़ा (जिसे उन्होंने पहले ‘हाइड्रोजन बम’ कहा था) खुलासा कर सकते हैं. इस घोषणा ने चुनावी माहौल में नई बहस और सियासी सनसनी पैदा कर दी है. बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण के तहत गुरुवार 6 नवंबर 2025 को वोटिंग होनी है. राहुल गांधी उससे ऐन पहले प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करने जा रहे हैं, ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि वे कोई बड़ा खुलासा कर सकते हैं. राहुल गांधी ने 1 सितम्बर को अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन के मौके पर कहा था कि महादेवपुरा (Mahadevpura) के बारे में जो सबूत दिखाए गए थे वह केवल एक एटम बम था और उनके पास अब इससे भी बड़ा, विस्फोटक सबूत (हाइड्र्रोजन बम) है, जो देश के सामने पूरी सच्चाई उजागर करेगा.

राहुल गांधी लाइव…ताजा अपडेट

Rahul Gandhi PC Live: राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में 25 लाख वोटों की चोरी करने का आरेाप लगाया है. उन्‍होंने दावा किया कि एक तस्‍वीर के जरिये सिर्फ दो बूथ पर 200 से ज्‍यादा आईडी थे. उन सबमें नाम अलग-अलग थे. राहुल का आरोप है कि हरियाणा के इन दो पोलिंग बूथ के सीसीटीवी फुटेज उड़ा दिए गए हैं. इसी तरीक़े से ब्लर फ़ोटो की आईडी हैं. कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी की मदद ले रहा है और वोट ग़लत पड़ रहे हैं. बीजेपी का लीडर यूपी और हरियाणा दोनों में वोट कर रहा है.
Rahul Gandhi PC Live: राहुल गांधी ने हरियाणा में 25 लाख वोटों की चोरी करने का आरोप लगाया है. इसपर चुनाव आयोग का रिएक्‍शन भी सामने आया है. आयोग ने कहा, ‘कांग्रेस के मतदान एजेंट मतदान केंद्रों पर क्या कर रहे थे? उनका काम तो यह होता है कि अगर कोई मतदाता पहले ही वोट डाल चुका है या उसकी पहचान पर संदेह हो तो वे आपत्ति दर्ज करें. क्या राहुल गांधी उस SIR प्रक्रिया का समर्थन कर रहे हैं, जो डुप्लिकेट, मृत और स्थानांतरित मतदाताओं को हटाने के साथ-साथ नागरिकता की पुष्टि भी करती है या वे इसका विरोध कर रहे हैं? मतदाता सूची में संशोधन के दौरान कांग्रेस के बूथ लेवल एजेंट्स ने एक ही व्यक्ति के कई नामों पर आपत्तियां और दावे क्यों नहीं दर्ज किए? क्यों कोई दावा नहीं किया गया.’
राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर सनसनीखेज दावे किए हैं. राहुल ने एक महिला की फ़ोटो दिखाई और आरोप लगाया कि हरियाणा चुनाव में इस महिला ने 22 बार वोट दिया फ़र्ज़ी आईडी के ज़रिए. ये सेंट्रलाइज्ड ऑपरेशन था. इसके बाद राहुल का कहना है कि असल में ये ब्राज़ील की माडल है और इसकी अलग अलग फ़र्ज़ी आईडी थी जिसके आधार पर हरियाणा में बाइस जगह वोट दिए गए थे. राहुल के मुताबिक, हरियाणा में इसी तरीक़े से 25 लाख लोगों ने फ़र्ज़ी वोट दिया था. कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारे पास पुख्ता सबूत हैं कि हरियाणा में 25 लाख वोट फेक थे. इसका मतलब ये है कि हर आठ में से एक वोट फ़र्ज़ी है.
राहुल गांधी का 16-दिन का ‘वोटर अधिकार यात्रा’ बिहार में वोटर्स के अधिकार के प्रति जागरूकता फैलाने और विशेष इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के दौरान हुई कथित अनियमितताओं और वोट चोरी के आरोपों के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने के इरादे से निकला था. कांग्रेस ने विभिन्न मामलों में मतदाता सूचियों में छेड़खानी और वोटर-पक्षपात के दावे पेश किए हैं और चुनावी पारदर्शिता पर सवाल उठाए हैं. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बार-बार दावा किया है कि वोट चोरी सिर्फ वोट नहीं, बल्कि लोगों के अधिकार की हेराफेरी है. उन्होंने कहा कि चुनावी सूचियों और SIR प्रक्रिया से सम्बंधित दस्तावेज़ और वीडियो रिकॉर्डिंग चुनाव आयोग से उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं और यही वजह है कि कांग्रेस ने स्वयं जांच कर सबूत जनता के सामने प्रस्तुत किए हैं.

राजनीतिक बवाल

राहुल के इस ‘हाइड्र्रोजन बम’ के बयान पर भाजपा ने तीखा पलटवार भी किया है और कुछ नेताओं ने इसे दमदार साबित न होने वाला दाव बताया है. बीजेपी ने कहा है कि पहले जो ‘एटम बम’ दिखाया गया था वह असर नहीं कर पाया और ऐसे दावों को राजनीतिक नाटक करार दिया गया है. चुनाव आयोग ने भी पहले कुछ दावों पर तथ्यों की मांग करते हुए जवाब देने को कहा था. इन आर-पार की बहसों से चुनावी टकराव और तेज होने की संभावना है.

क्या उम्मीद करें और अगले कदम

प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी किस प्रकार के सबूत पेश करेंगे (आंकड़े, दस्तावेज, तकनीकी विश्लेषण या वीडियो/फोटो) यह वक्त बतायेगा. राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि अगर कांग्रेस ठोस और प्रमाणिक सबूत पेश करती है तो यह राष्ट्रीय राजनीतिक विमर्श में महत्वपूर्ण उथल-पुथल ला सकता है, अन्यथा यह केवल चुनावी प्रचार का हिस्सा मान लिया जाएगा. चुनाव आयोग और अन्य संस्थागत प्रतिक्रिया भी इस पर निर्णायक भूमिका निभाएगी.

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