ND vs AUS Final: ‘रोहित सबसे बदकिस्मत आदमी..’ ट्रेविस हेड पहले भारत से छीनी ट्रॉफी, फिर हिटमैन के घाव पर दी चोट

टीम इंडिया के लिए वर्ल्ड कप (World Cup 2023) ट्रॉफी का सूखा 12 साल भी बरकरार है. भारतीय टीम से दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ट्रेविस हेड ने आईसीसी ट्रॉफी छीनी है. इस खिलाड़ी ने इसके बाद टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के जख्म को दो शब्दों में हरा कर दिया है.
नई दिल्ली.
ट्रेविस हेड (Travis Head), ऑस्ट्रेलिया का वो बल्लेबाज जो रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी वाली टीम इंडिया से दो आईसीसी ट्रॉफी छीन चुका है. वर्ल्ड कप फाइनल में ट्रेविस हेड ने टीम इंडिया से उसके घर में ट्रॉफी छीनने के बाद भारतीय कप्तान के बारे में दो शब्द बोलकर उनके जख्म को हरा कर दिया है. 12 साल बाद भी भारतीय टीम के लिए आईसीसी ट्रॉफी का सूखा बरकरार है. वर्ल्ड कप फाइनल में 20 साल बाद एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया की टीम ने ही भारत में घुसकर टीम इंडिया और कप्तान रोहित शर्मा की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
ट्रेविस हेड ने मैच विनिंग शतक ठोकने के बाद कहा, ‘इसकी उम्मीद कभी नहीं की थी. घर पर सोफे पर बैठने से कहीं बेहतर है. योगदान देकर वास्तव में खुशी हुई, मैंने जो पहली बीस गेंदें खेलीं, उससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिला. और हां, मैं इसे जारी रखने में सक्षम रहा. जिस तरह से मिच मार्श आये और खेल को आगे बढ़ाया, उसने माहौल तैयार कर दिया. हमें यही ऊर्जा चाहिए थी और हम जानते थे कि विकेट कठिन हो सकता है. टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करना बहुत अच्छा फैसला था. मुझे लगा कि जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया विकेट बेहतर होता गया.’
रोहित शायद सबसे बदकिस्मत इंसान हैं- ट्रेविस हेड
ट्रेविस हेड खिताबी जंग जीतने के बाद आगे कहा, ‘वह (रोहित शर्मा) शायद दुनिया का सबसे बदकिस्मत इंसान है. फील्डिंग ऐसी चीज है जिस पर मैंने कड़ी मेहनत की है. मैं शतक बनाने की कल्पना भी नहीं कर सकता था. रोहित शर्मा के कैच को पकड़ना बहुत अच्छा था. अपने साथियों की देखभाल करना महत्वपूर्ण है, खचाखच भरे सदन के सामने बड़े मंच पर ऐसा करने में सक्षम होना एक अच्छी बात है.’
वर्ल्ड कप के फाइनल में टीम इंडिया ने गेंदबाजी से अच्छी लड़ाई की. जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी ने शुरुआती 3 बल्लेबाजों को आउट कर दिया. लेकिन ट्रेविस हेड के शतक और मार्नस लाबुशेन के अर्धशतक की बदौलत कंगारू टीम ने इस मैच को 6 विकेट से जीत लिया. इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने छठी वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने नाम की.