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विदेशी सहायता लेने पर राहुल ने की आलोचना, कहा- केंद्र ने अपना काम किया होता तो ये नौबत नहीं आती

देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर पूरी तरह बरकरार है। इस संकट से  निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर लगभग सभी देश भारत की मदद को आगे आए हैं। भारत को विदेशों से मिल रही मदद को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने केंद्र की आलोचना की और आरोप लगाया कि सरकार ने अपना काम ठीक से नहीं किया है।

 

राहुल ने ट्वीट कर कहा कि “विदेशी सहारा पाने पर केंद्र सरकार का बार-बार छाती ठोकना निराशाजनक है। अगर मोदी सरकार ने अपना काम किया होता, तो ये नौबत ना आती।” राहुल ने रविवार को नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर कोविड की खराब स्थिति को ना संभालने के लिए निशाना साधा।

 

उन्होंने एक ट्वीट में एक हिंदी कैप्शन की फोटो अटैच करते हुए कहा कि “शहरों के बाद अब गांव भी परमात्मा निर्भर (शहरों के बाद, गांव भी भगवान की दया के लिए छोड़ दिए हैं ) कोविड 19 महामारी की दूसरी लहर अब गांव में कहर बरपा रही है।” गांधी ने पहले ट्वीट किया था कि देश के पीएम के लिए एक नए घर की जरूरत नहीं है, लेकिन ऑक्सीजन की जरूरत है, जो जीवनरक्षक गैस के लिए लोगों की तस्वीरें संलग्न करते हैं और सेंट्रल विस्टा पर काम करते हैं।

एक अन्य ट्वीट में, जिसमें कोविड की उछाल और गिरते टीकाकरण पर एक ग्राफ प्रदर्शित किया गया था, उन्होंने उस स्थिति को ‘द मूव्ड महामारी’ करार दिया। बता दें कि कोरोना संकट में ब्रिटेन, अमेरिका ने मई की शुरुआत होते ही भारत में विमानों के जरिए वेंटिलेटर, दवाइयां और ऑक्सीजन पहुंचाई। रविवार तक दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 25 विमानों के जरिए 300 टन कोरोना राहत सामग्री पहुंच चुकी है।

गौरतलब है कि भारत कोरोना वायरस संक्रमण की एक विपत्तिपूर्ण दूसरी लहर का सामना कर रहा है। संकट के इस समय में भारत की मदद अमेरिका, रूस, फ्रांस, जर्मनी, यूके, आयरलैंड, बेल्जियम, रोमानिया, सिंगापुर, स्वीडन सहित कई देशों ने  बड़ी मात्रा में चिकित्सा आपूर्ति कर की है।

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