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Covid-19: कमरा अगर हवादार रहेगा तो नहीं टिकेगा कोरोना, Home isolation के दौरान भी ध्यान रखें ये जरूरी बातें

नई दिल्ली

हम सभी जानते हैं कि मास्क पहनकर, सामाजिक दूरी बनाकर और हाथों को साफ रखकर संक्रमण से बचा जा सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि अब बचाव के तरीकों में एक और उपाय को शामिल कर लेना चाहिए। यह उपाय है-घर में वेंटिलेशन की सही व्यवस्था।

हवा के जरिये फैल रहा संक्रमण
दरअसल, ‘लांसेट’ पत्रिका में हाल ही में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि वायरस का ज्यादातर प्रसार हवा के जरिये (एरोसोल ट्रांसमिशन) हो रहा है। पहले माना जाता था कि कोरोना वायरस मुंह से निकलने वाली नम बूंदों (ड्रॉपलेट ट्रांसमिशन) के माध्यम से एक से दूसरे इंसान में फैलता है।

एरोसोल संक्रमण को जानिए –
-अध्ययन में बताया गया है कि एरोसोल संक्रमण ड्रॉपलेट ट्रांसमिशन से काफी अलग है। ड्रॉपलेट 5 माइक्रोन से बड़े कण होते हैं, जो वातावरण में बहुत दूर तक नहीं जा सकते, जबकि एरोसोल हवा के जरिये दो मीटर की दूर तय कर सकते हैं। यानी इससे ज्यादा बड़ी तादाद में संक्रमण फैलने का खतरा है।

घर के अंदर वायरस फैलने का खतरा ज्यादा-
एम्स दिल्ली के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि एक हालिया अध्ययन में हवादार कमरों में रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि कोरोना के बाहर के मुकाबले घर में फैलने की आशंका ज्यादा होती है। इसके अलावा घर की सभी खिड़कियां-दरवाजे खुले रखने चाहिए, ताकि हवा आर-पार हो सके।

बंद जगहों पर ज्यादा लोग न इकट्ठा हों-
बंद जगहों पर एरोसोल के जरिये कोरोना फैलने के खतरे को देखते हुए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि वहां ज्यादा लोग न एकत्रित हों। ऐसे कमरे में रहने वाला व्यक्ति अगर खांसता या छींकता है तो वहां मौजूद दूसरे लोगों में भी वायरस फैल सकता है। डॉ. गुलेरिया ने यह भी कहा कि ऐसा नहीं है कि अगर कोई व्यक्ति किसी संक्रमित इंसान से 10 मीटर की दूरी पर बैठा हो तो वह वायरस की जद में नहीं आएगा। एरोसोल लंबी दूरी पर बैठे शख्स को भी संक्रमित कर सकते हैं।

एसी चलाते वक्त ये ध्यान रहे-
एसी चलाते समय कमरा पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है, जिससे वहां एरोसोल जमा होने की आशंका सबसे ज्यादा रहती है। इसलिए गर्मी से बचने के लिए इसका कम से कम इस्तेमाल करें।

पृथकवास में क्या करें- 
अगर आप घर में पृथकवास में रह रहे हैं तो आपका कमरा हवादार होना बहुत ज्यादा जरूरी हो जाता है। यही नहीं, आप जिस बाथरूम का इस्तेमाल कर रहे हैं, उसमें किसी दूसरे को न जाने दें। साथ ही, मल में मौजूद संक्रमण बाथरूम की हवा में न घुल जाए, इस बात का ध्यान रखते हुए सफाई करते रहें। शौचालय जाते समय मास्क लगाना न भूलें।

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