चार राज्यों के चुनाव नतीजे तय करेंगे राष्ट्रीय राजनीति का मार्ग, ममता शेरनी की तरह लड़ रही हैं : राउत
शिवसेना के नेता संजय राउत ने बृहस्पतिवार को कहा कि चार राज्यों, खासकर असम और पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव के नतीजे राष्ट्रीय राजनीति की आगे की दिशा तय करेंगे। राउत ने संवाददाताओं से कहा कि असम में भाजपा सत्ता में है लेकिन कांग्रेस उसे कड़ी टक्कर दे रही है।
राउत ने कहा कि पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हराने के लिए भाजपा ने पूरा जोर लगा दिया है, लेकिन वह एक शेरनी की तरह लड़ रही हैं और ‘‘यकीनन एक विजेता के तौर पर उभरेंगी।’’ राज्यसभा में शिवसेना के सांसद ने कहा, ‘‘हम केरल और तमिलनाडु के राजनीतिक मूड का भी अंदाजा लगा सकते हैं।’’
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित गैर-भाजपा नेताओं को एक पत्र लिखा था और कहा था कि लोकतंत्र और संविधान पर भाजपा के कथित हमलों के खिलाफ ‘‘एकजुट होकर और प्रभावशाली ढंग से’’ संघर्ष करने का समय आ गया है और विपक्षी नेताओं को देश के लोगों के लिए एक ‘‘विश्वसनीय विकल्प’’ पेश करने की कोशिश करनी चाहिए।
राउत से जब पत्र के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ चार राज्यों, खासकर असम और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे राष्ट्रीय राजनीति की आगे की दिशा तय करेंगे। चुनाव के बाद, गठबंधनों पर चर्चा की जाएगी और तब स्थिति अधिक स्पष्ट होगी।’’ उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भी ममता बनर्जी का पत्र मिला है।
राउत ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ‘‘जारी महाभारत’’ असल महाभारत से अधिक भीषण है। शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि हम महाभारत का युद्ध 21 दिन में जीते थे और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई 18 दिन में जीत जाएंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं।’’
राउत ने कहा कि पूरा देश पश्चिम बंगाल में हो रहे चुनाव देख रहा है और लोग समझदार भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ यकीनन लड़ाई काफी करीबी है, लेकिन ममता बनर्जी ही जीतेंगी।’’ राउत ने कहा कि देश में लोकतंत्र पर ‘‘हमला’’ नया नहीं है।उन्होंने कहा, ‘‘जब भी हमला हुआ है, जनता और विपक्षी दल ने इसका मुकाबला किया है। यही लोकतंत्र की ताकत है।’’
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगाने को लेकर राजनीतिक दलों में मतभेद के सवाल पर राउत ने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जाने वाले कदमों को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘जो भी कदम उठाए जाएंगे, वे राज्य और उसके लोगों के हित में होंगे।’’