केरल में कांग्रेस और लेफ़्ट के नेताओं का व्यवहार छोटे गुंडों जैसा : नरेंद्र मोदी

नरेंद्र मोदी ने कहा है कि लोकतंत्र में राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, पर इसके बदले हिंसा को स्वीकार करना संभव नहीं है. केरल के पालक्काड में एक चुनावी रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्तारूढ़ वाम मोर्चे और कांग्रेस पर करारा प्रहार किया है.
मंगलवार को आयोजित इस रैली में प्रधानमंत्री ने कहा कि वाम मोर्चा (एलडीएफ) और कांग्रेस गठबंधन (यूडीएफ) के नेता छोटे गुंडो जैसा व्यवहार करते हैं.
उन्होंने आरोप लगाया, ”इन दोनों गठबंधन के राज में केरल में राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ हिंसा, अपहरण और हत्याएं होती रही हैं. पर राज्य में भाजपा की सरकार आने पर ऐसी हिंसा ख़त्म हो जाएगी और शांति और समृद्धि का राज कायम हो जाएगा.”
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया है, ”सत्ता में बने रहने के लिए वाम मोर्चे और कांग्रेस गठबंधनों के बीच सालों से दोस्ताना समझौता कायम है. लेकिन पहली बार राज्य की जनता पूछ रही है कि यह मैच-फिक्सिंग क्या है? लोग देख रहे हैं कि इन दोनों गठबंधनों ने कैसे उन्हें बेवकूफ़ बनाया है. लेकिन इस बार राज्य की जनता यह फिक्सिंग खारिज कर देगी.”
उन्होंने कहा कि वे मतदाताओं का आशीर्वाद लेने उनके बीच आए हैं. उन्होंने मतदाताओं से भाजपा को वोट देने की अपील की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों गठबंधनों पर केरल के विकास को सुस्त रखने का आरोप लगाया है. उन्होंने वादा किया है कि केरल के तेज विकास के लिए उनके पास ‘फ़ास्ट’ नाम के तहत आठ क्षेत्रों पर ज़ोर देने का मॉडल है.
उन्होंने कहा है कि राज्य में यदि भाजपा की सरकार बनी तो ‘एफ’ यानी फिशरीज़ (मछलीपालन) और फर्टिलाइजर्स (उर्वरक), ‘ए’ यानी एग्रीकल्चर (खेती) और आयुर्वेद, एस यानी स्किल डेवलपमेंट (कौशल विकास) और सोशल जस्टिस (सामाजिक न्याय) के साथ ‘टी’ यानी टूरिज़्म (पर्यटन) और टेक्नॉलॉजी (तकनीक) पर ज़ोर दिया जाएगा.
केरल में एक चरण में छह अप्रैल को मत डाले जाएंगे जबकि आगामी दो मई को मतों की गिनती की जाएगी.