हत्यारे ने मिटाए अपने जिंदा होने के सारे सबूत, 16 साल बाद Police ने पकड़ा
Murder Convict Declared Himself Dead: मर्डर का दोषी अनिराज सिंह मेरठ के सरधना का रहने वाला है. उसने साल 1988 में मर्डर की एक वारदात को अंजाम दिया था.
खास
- आरोपी पर रखा गया 20 हजार रुपये का इनाम
- हत्यारे ने बनवाया खुद का डेथ सर्टिफिकेट
- 16 साल तक अलग-अलग जगहों पर छुपता रहा हत्यारा
बुलंदशहर:
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर से कागजों में मृत मर्डर के एक दोषी के जिंदा होने का मामला (Murder Convict Declared Himself Dead) सामने आया है. इस शख्स ने करीब 16 साल तक खुद को दुनिया की नजरों से छुपाए रखा. पुलिस को इसकी भनक भी नहीं लगी.
साल 2004 में पैरोल पर छूटा था हत्यारा
बता दें कि मर्डर के दोषी अनिराज सिंह को साल 2004 में जेल से पैरोल (Murder Convict Declared Himself Dead) पर छोड़ा गया था. जिसके बाद वह फरार हो गया और अपने जिंदा होने के सारे सबूत मिटा डाले. उसने खुद का डेथ सर्टिफिकेट (Death Certificate) भी बनवा लिया.
दोषी के पास से ये चीजें हुईं बरामद
बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि दोषी अनिराज सिंह साल 2004 में पैरोल पर छूटने के बाद से लगातार अलग-अलग जगहों पर अपनी पहचान उजागर किए बिना छुप रहा था. पुलिस ने अब शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने गिरफ्तार करते समय अनिराज के पास से एक पिस्टल और कई जिंदा कारतूस बरामद किए.
मर्डर के आरोपी ने मिटाए अपने जिंदा होने के सारे सबूत
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि अनिराज सिंह मेरठ के सरधना का रहने वाला है. उसने साल 1988 में मर्डर की एक वारदात को अंजाम दिया था. फरार होने के बाद दोषी ने अपने जिंदा होने के सबूत मिटाए और खुद को मृत घोषित कर दिया.
उन्होंने आगे कहा कि पिछले साल पुलिस को हत्या के दोषी अनिराज सिंह के जिंदा होने के बारे में मालूम हुआ था. जिसके बाद मेरठ पुलिस ने अनिराज पर 20 हजार रुपये के इनाम का ऐलान किया. इसके बाद कई महीनों तक पुलिस उसकी तलाश करती रही. तब जाकर पुलिस को अनिराज को पकड़ने में शनिवार को कामयाबी मिली. पुलिस ने दोषी अनिराज के खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है.
गौरतलब है कि बुलंदशहर पुलिस ने मेरठ पुलिस की सूचना के आधार पर हत्या के दोषी अनिराज सिंह को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कोर्ट में अनिराज सिंह का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट भी पेश किया है.