गैर कानूनी तरीके से पास हुए कृषि कानून : जयंत
रालोद के पक्ष में माहौल तैयार करने में जुटे पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने नकुड़ में किसान पंचायत को संबोधित करते हुये कहा कि मोदी सरकार किसान आंदोलन को शुरू से बदनाम करने पर लगी हैं
सहारनपुर।
किसान पंचायतों के जरिये उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के पक्ष में माहौल तैयार करने में जुटे पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर किसान आंदोलन को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने गैरकानूनी तरीकों से कृषि कानूनों को पास कराया है।
श्री चौधरी ने बुधवार को यहां नकुड़ में किसान पंचायत को संबोधित करते हुये कहा कि मोदी सरकार किसान आंदोलन को शुरू से बदनाम करने पर लगी हैं वे कभी इसको खालिस्तानियों का बताते हैं कभी सिर्फ़ पंजाबियों का और अब सिर्फ़ जाटों का बताने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन वह बताना चाहते हैं कि ये आंदोलन किसी जाति का नही बल्कि समूचे देश के किसानों का आंदोलन हैं।
उन्होने कहा कि हरियाणा सरकार में मंत्री जेपी दलाल किसानों की शहादतों का उपहास उड़ाते हैं। इसलिए चाहे किसान का खून बह जाए इनको कोई फ़र्क़ नही पड़ता इन्हें बस कुर्सी प्यारी हैं। प्रधानमंत्री मोदी के संसद में दिए बयान पर जयंत चौधरी ने कहा कि वे किसानों को आंदोलनजीवी कह रहे हैं। फिर तो कबीरदास, डॉक्टर अम्बेडकर, महात्मा गांधी, चौधरी चरण सिंह भी आंदोलनजीवी थे। इसलिए हम सब आंदोलनजीवी हैं। प्रधानमंत्री किसानों को परजीवी भी कहते है पर क्या वो किसान परजीवी हो सकता हैं जिसने हमेशा से दुनिया का पेट भरा हो।
सहारनपुर जिले में छुटमलपुर स्थित बैंक की शाखा के सामने किसान वेदपाल ने कर्ज और अधिकारीयों के दबाव की वजह से परेशान होकर बैंक के सामने ही आत्महत्या कर ली। जिस जीटी रोड़ को मुग़लो ने नही खोदा,भाजपा ने उस सड़क को खोदकर किसानों के लिए कीले लगाई।
उन्होने कहा “मोदी सरकार ने रेल का भाड़ा दोगुना कर दिया, कहते है अनावश्यक लोग घरों से नहीं निकलेंगे।
एक बाबा कहते थे,मोदी जी आएंगे तो पेट्रोल-डीजल का भाव 35 रूपये प्रति लीटर कर देंगे। लेकिन डीजल के बढ़े भाव से किसान को ट्रेक्टर चलाना मुश्किल हो गया है। भाजपा ने गैरकानूनी तरीकों से कृषि कानूनों को पास कराया है। कृषि कानून काले है,और इनको लाने के पीछे सरकार की जिद भी काली है।”
रालोद नेता ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने 1964 में किसानों के फायदे के लिए ही मंडिया बनाई थी। चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजनौर में कहा था कि चौधरी चरण सिंह के सम्मान में किसान राहत कोष बनाएंगे लेकिन कोई भी योजना चौधरी चरण सिंह जी के नाम से नहीं बनाई।
उन्होने कहा कि मेरठ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 दिन में गन्ना भुगतान और 450 रेट देने का वादा किया था मगर गन्ने का भाव न बढ़ाकर भाजपा ने किसानों की मेहनत का अपमान किया है। चौधरी चरण सिंह कहा करते थे कि किसानों के खेत-खलिहान ही तरक्की का रास्ता है, लेकिन श्री मोदी कहते है कि अडानी-अंबानी के लिए निजीकरण ही तरक्की का रास्ता है।