G-23 के नेताओं ने ली ‘कांग्रेस’ को मजबूत बनाने की प्रतिज्ञा
कांग्रेस की पकड़ को मजबूत बनाने के लिए हर एक नेता इन दिनों जोरों शोरों से कोशिश कर रहा है।
नई दिल्ली।
कांग्रेस की पकड़ को मजबूत बनाने के लिए हर एक नेता इन दिनों जोरों शोरों से कोशिश कर रहा है। जहां एक ओर उत्तर प्रदेश में लगभग गायब हो चुकी कांग्रेस को खड़े करने में प्रियंका गांधी जुटी हुई हैं तो वहीं दक्षिण भारत में पार्टी को मजबूत करने की कमान खुद राहुल गांधी ने संभाली है।
अब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ ही कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने जम्मू-कश्मीर से लेकर पूरे भारत में कांग्रेस को फिर से खड़ा करने के लिए रणनीति बनाई है। जी हां पार्टी के सीनियर लीडर्स जिसमें गुलाम नबी आजाद से लेकर कपिल सिब्बल तक शामिल थे उन्होंने जम्मू में शांति सम्मेलन का आयोजन किया है।
बता दें कि कांग्रेस के इन दिग्गज नेताओं को नेताओं को G-23 के नाम से जाना जाता है। ये वहीं नेता है जिन्होंने पार्टी के अध्यक्ष पद को लेकर सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी। लोगों ने इसे बगावती सुर का नाम दिया था लेकिन इन्होंने ये साफ कहा था कि इस वक्त कांग्रेस को एक मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में पार्टी को चलाने के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए थे। अब इन्हीं दिग्गज नेताओं ने आज जम्मू-कश्मीर में बैठक की है।
इस बैठक में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस कमजोर हो रही है। सिब्बल ने कहा, ‘सच्चाई ये है कि कांग्रेस पार्टी हमें कमजोर होती दिखाई दे रही है और इसलिए हम यहां इकट्ठा हुए हैं। हमें इकट्ठा होकर पार्टी को मजबूत करना है। गांधी जी सच्चाई के रास्ते पर चलते थे, ये सरकार झूठ के रास्ते पर चल रही है। कांग्रेस को गांधी के दिखाए मार्ग पर आगे बढ़ाना है क्योंकि ये सरकार देश में नफरत फैला रही है।”
कपिल सिब्बल के साथ ही कांग्रेस के मोस्ट सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस में सभी धर्म, लोग और जाति का सम्मान किया जाता है। यही हमारी पार्टी की ताकत है।
आजाद ने कांग्रेस की सिमटी पकड़ को लेकर कहा कि आज कई बरसों बाद हम जम्मू-कश्मीर का हिस्सा नहीं हैं, हमारी पहचान खत्म हो गई है। राज्य का दर्जा वापस पाने के लिए हमारी संसद के अंदर और बाहर लड़ाई जारी रहेगी। जब तब यहां चुने हुए नुमाइंदे मंत्री और मुख्यमंत्री नहीं होंगे बेरोजगारी, सड़कों और स्कूलों की ये हालत जारी रहेगी।
इस बैठक में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने साफ कहा कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेता है तो वो जो भी पार्टी के लिए करेंगे हम उनके साथ है। इनके साथ ही राज बब्बर ने कहा, ‘लोग हमें G-23 कहते हैं, लेकिन मैं इसे गांधी-23 कहता हूं। G-23 चाहता है कि कांग्रेस मजबूत बने।’
आपको बता दें कि जी-23 की इस बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, कपिल सिब्बल, राज बब्बर, विवेक तन्खा, गुलाम नबी आजाद शामिल हैं।